गृह मंत्रालय ने आने वाले महीनों में देश में अपनी वाणिज्यिक सेवाएं फिर से शुरू करने हेतु जेट एयरवेज (Jet Airways) को सुरक्षा मंजूरी (Security Clearance) दे दी है. बता दें कि सुरक्षा मंजूरी जेट एयरवेज के प्रबंधन नियंत्रण एवं शेयरधारिता पैटर्न में प्रस्तावित बदलाव के मद्देनजर दी गई है.
कंपनी ने एयर आपरेटर सर्टिफिकेट प्राप्त करने हेतु जरूरी परीक्षण उड़ान भी सफलतापूर्वक पूरी कर ली है. जेट एयरवेज ने 05 मई 2022 को परीक्षण उड़ान का संचालन हैदराबाद एयरपोर्ट से किया था. बाकी बची औपचारिकताएं पूरी करने के बाद विमानन कंपनी अगले कुछ महीनों में वाणिज्यिक उड़ानों का परिचालन शुरू कर सकेगी.
जेट एयरवेज का प्रमोटर
जेट एयरवेज का प्रमोटर जालान-कालराक कंसोर्टियम वर्तमान में है. इस कंपनी का पहले स्वामित्व नरेश गोयल के पास था. जेट एयरवेज का संचालन 17 अप्रैल 2019 से बंद है. नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा छह मई को एयरलाइन को भेजे गए एक पत्र में गृह मंत्रालय द्वारा सिक्योरिटी क्लियरेंस देने की जानकारी दी गई.
यह पत्र विमानन सुरक्षा नियामक डीजीसीए एवं विमानन संरक्षा नियामक बीसीएएस को भी भेजा गया है. सफल परीक्षण उड़ान के बाद एयरलाइन को अब प्रूविंग उड़ान का संचालन करना होगा. इसके बाद नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) एयर आपरेटर प्रमाणपत्र देगा.
कंपनी की योजना क्या है?
बता दें कि कंपनी ने 17 अप्रैल 2019 को परिचालन बंद कर दिया था क्योंकि यह दिवालिया हो गई थी. कंपनी ने इसके बाद तीन साल बाद टेस्टिंग के लिए पहली बार उड़ान भरी थी. कंपनी जेट एयरवेज के सीईओ संजीव कपूर ने कहा था कि उन्हें उम्मीद है कि एयर ऑपरेटर परमिट (AOP) के रि वैलिडेशन की प्रक्रिया को मंजूरी देने के कुछ महीने बाद एयरलाइन परिचालन फिर से शुरू कर देगी.
जेट एयरवेज पर 11,000 करोड़ रुपये का था कर्ज
जेट एयरवेज पर 11000 करोड़ रुपये का कर्ज था. इसकी वजह से कंपनी में आर्थिक संकट पैदा हो गई थी. हालत ये हो गए थे कि कर्मचारियों को सैलरी भी नहीं दी जा रही थी. इसके बाद जेट एयरवेज की उड़ानों को बंद कर दिया गया था.
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