बिहार को मिली नई सौगात, गया के फल्गु नदी पर बने सबसे बड़े रबर डैम का गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लोकार्पण किया. लगभग 312 करोड़ की लागत से बना यह 411 मीटर लम्बे डैम का निर्माण बिहार के जल संसाधन विभाग द्वारा कराया गया है. इस रबर डैम का नाम मुख्यमंत्री नितीश ने गया जी डैम रखा है. इस डैम के बनने से अब फल्गु नदी विष्णुघाट के पास कम से कम साल भर तीन से चार फिट पानी रहेगा. इस डैम का लोकार्पण करते समय उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव भी मौजूद रहे.
विष्णुपद घाट से सीता कुंड लिए नए स्टील ब्रिज का अनावरण:
इस रबर डैम के साथ विष्णुपद घाट से सीता कुंड पहुंचने के लिए स्टील ब्रिज बनाया गया है. जिससे अब श्रद्धालु विष्णुपद में पिंडदान करने के बाद स्टील ब्रिज से सीता कुंड आसानी से पहुंच सकते हैं.
समय से पहले बना डैम:
मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने ही 22 सितंबर 2020 को रबर डैम का शिलान्यास किया था. यह रबर डैम अक्टूबर 2023 में पूरा करने का लक्ष्य था, लेकिन बाद में मुख्यमंत्री के निर्देश से इसे 2022 के पितृपक्ष से पहले पूरा करने का आदेश दिया गया था. इस डैम के निर्माण में लगभग एक साल ग्यारह महीने लगे और यह डैम पितृपक्ष मेला शुरू होने से पहले 8 सितंबर 2022 को इसका उद्धघाटन किया गया.
आंध्रप्रदेश में बना था देश का पहला रबर डैम
आंध्रप्रदेश के पार्वतीपुरम की झांझावती नदी पर देश का पहला रबर डैम वर्ष 2006 में बना था. जिसकी लंबाई 60 मीटर और ऊंचाई 3.5 मीटर है. इस डैम का अनावरण आंध्रप्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री वाईएस रेड्डी ने किया था.
क्या है रबर डैम की खासियत?
- इसकी मेम्ब्रेन (रबर ट्यूब) को आसानी से फुलाया और इसकी हवा निकाली जा सकती है.
- इससे फल्गु नदी में पानी का प्रवाह बढ़ाया या घटाया जा सकता है.
- इस डैम के निर्माण में बहुत कम स्पेयर पार्ट्स का इस्तेमाल हुआ है.
- इसी वजह से इसमें लुब्रिकेंट का इस्तेमाल नहीं होता है.
- ये डैम ईको फ्रेंडली है और साथ ही मेंटेनेंस में भी यह कम खर्चीला है.
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