क्यूबा एवं मोरक्को ने अप्रैल 2017 के तीसरे सप्ताह में 37 वर्षों के अन्तराल के बाद पुनः राजनयिक संबंध स्थापित करने हेतु समझौते पर हस्ताक्षर किये.
यह घोषणा क्यूबा विदेश मंत्रालय द्वारा की गयी.
संयुक्त राष्ट्र में दोनों देशों के राजदूतों ने इससे संबंधित समझौते पर न्यूयार्क में हस्ताक्षर किये. समझौते के अनुसार दोनों देशों की सरकारों के मध्य राजनीतिक, आर्थिक एवं सांस्कृतिक सहयोग पर आधारित मैत्रीपूर्ण संबंधों के लिए सहमति बनी.
गौरतलब है कि मोरक्को के सुल्तान मोहम्मद छठे पहले ही क्यूबा में दूतावास खोलने का आदेश दे चुके हैं. क्यूबा के मोरक्को के साथ इस समझौते के पश्चात् दक्षिण कोरिया, सोमालिया एवं इज़राइल ही ऐसे देश हैं जिनका लैटिन अमेरिका के किसी देश के साथ कोई राजनयिक समझौता नहीं है.
पृष्ठभूमि
• वर्ष 1963 में हुए मोरक्को और अल्जीरिया संघर्ष के दौरान क्यूबा ने अल्जीरिया का समर्थन किया था. उस समय से ही दोनों देशों के मध्य संबंध ख़राब हो गये थे.
• इसके बाद 1970 में हवाना ने पश्चिमी सहारा को मोरक्को से आज़ाद कराने का पक्ष लिया जिसे चलते दोनों देशों के संबंध फिर ख़राब हो गये.
• मोरक्को ने 1980 में क्यूबा के साथ उस समय सभी राजनयिक संबंध समाप्त कर दिए थे जब क्यूबा ने पश्चिमी सहारा को स्वतंत्र ‘सहारवी अरब डेमोक्रेटिक रिपब्पिलक’ के रूप में मान्यता दी थी. मोरक्को इस क्षेत्र के अपना होने का दावा करता रहा है.
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