राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता भारोत्तोलक संजीता चानू डोप टेस्ट में फेल हो गईं हैं. राष्ट्रीय भारोत्तोलन महासंघ (आईडब्ल्यूएफ) ने 31 मई 2018 को यह जानकारी दी.
आईडब्ल्यूएलएफ ने उन्हें एंटी-डोपिंग नियम उल्लंघन नियम के तहत तत्काल प्रभाव से अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है.
स्टेरॉयड |
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स्वर्ण पदक वापस:
इस घोषणा के बाद से ही संजीता चानू को अपना स्वर्ण पदक वापस करना होगा. इसके साथ ही गोल्ड कोस्ट में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स 2018 में भारत द्वारा जीते हुए स्वर्ण पदकों की संख्या भी कम हो जाएगी.
भारत ने गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत ने 26 गोल्ड मेडल जीते थे. जिनमें से 5 गोल्ड मेडल वेटलिफ्टिंग (भारोत्तोलक) में ही जीते थे. गोल्डकोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स 2018 में भारत की महिला वेटलिफ्टर खिलाड़ी संजीता चानू ने 21वें राष्ट्रमंडल खेलों के दूसरे दिन 06 अप्रैल 2018 को भारत को स्वर्ण पदक दिलाया था.
संजीता चानू के बारे में:
- संजीता चानू का जन्म 02 जनवरी 1994 को मणिपुर, भारत में हुआ था.
- संजीता चानू भारत की एक भारोत्तोलन खिलाड़ी हैं.
- इन्होंने ग्लासगो में हुए वर्ष 2014 राष्ट्रमण्डल खेलों में भारोत्तोलन स्पर्धा के 48 किलोग्राम वर्ग में स्वर्ण पदक जीता था.
- इन्होंने ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में आयोजित 2018 राष्ट्रमण्डल खेलों में महिला 53 किग्रा श्रेणी में स्वर्ण जीतकर भारत के लिए लगातार दूसरा स्वर्ण जीता था.
- उनकी गिनती भारत के अग्रणी महिला भारोत्तोलकों में की जाती है.
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