प्रतिदिन के करेंट अफेयर्स से सम्बंधित जानकारी को संक्षिप्त रूप में प्रस्तुत किया गया है. इसमें आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और तेजस एक्सप्रेस से संबंधित जानकारी संक्षिप्त रूप में प्रस्तुत किया गया है.
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद निर्भया केस के दोषी की दया याचिका की खारिज
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने हाल ही में निर्भया केस के दोषी मुकेश सिंह की दया याचिका खारिज कर दी है. गृह मंत्रालय ने उसके बाद मुकेश सिंह की फाइल दिल्ली सरकार के पास भेज दी. मुकेश सिंह ने 14 जनवरी 2020 को सुप्रीम कोर्ट से क्यूरेटिव पिटिशन खारिज होने के बाद राष्ट्रपति के पास दया की गुहार लगाई थी.
दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने 07 जनवरी 2020 को को चारों दोषियों, मुकेश सिंह, विनय शर्मा, पवन गुप्ता और अक्षय ठाकुर के खिलाफ डेथ वॉरंट जारी करते हुए फांसी देने की तारीख 22 जनवरी तय की थी. हालांकि, अभी तीन और दोषियों के पास राष्ट्रपति से क्षमादान मांगने का विकल्प बचा हुआ है.
रेल मंत्री ने तेजस एक्सप्रेस को दिखाई हरी झंडी
मुंबई और अहमदाबाद के बीच एक नई तेजस एक्सप्रेस को 17 जनवरी 2020 को रवाना किया गया. यह देश की पहली कॉर्पोरेट ट्रेन है. हालांकि, यात्रियों के लिए यह ट्रेन 19 जनवरी 2020 से चलेगी. पहली तेजस एक्सप्रेस की शुरुआत लखनऊ से दिल्ली के बीच पहले ही हो चुकी है.
इस ट्रेन की टिकटें आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर ऑनलाइन बुक किए जा सकते हैं. इस ट्रेन की टिकटें रेलवे के आरक्षण काउंटरों पर उपलब्ध नहीं होंगी. यह ट्रेन 82902/82901 अहमदाबाद-मुंबई-अहमदाबाद मार्ग पर एक सप्ताह में छह दिन चलेगी. गुरुवार को ट्रेन का रखरखाव किया जाएगा.
मिखाइल मिशुस्टिन बने रूस के नए प्रधानमंत्री
रूस में हाल ही में सियासी उथल-पुथल के बीच मिखाइल मिशुस्टिन नए प्रधानमंत्री नियुक्त किए गए हैं. दमित्रि मेदवेद के इस्तीफे के बाद मिखाइल मिशुस्टिन को प्रधानमंत्री बनाया गया है. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने हाल ही में उनके नाम को आगे बढ़ाया था.
दमित्री मेदवेदेव ने हाल ही में अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. राष्ट्रपति पुतिन ने मेदवेदेव को उनकी सेवा के लिए शुक्रिया किया था. दमित्री मेदवेदेव राष्ट्रपति पुतिन के पुराने सहयोगी हैं. मेदवेदेव साल 2012 से ही लगातार प्रधानमंत्री के पद पर कार्यरत रहे हैं.
भारत और जापान के तटरक्षक बल का संयुक्त सैन्य अभ्यास आयोजित
भारत और जापान के तटरक्षक बल के जवानों ने संयुक्त अभ्यास ‘सहयोग कैजिन’ का आयोजन किया. यह अभ्यास आपसी संबंधों को मजबूत करने के साथ किसी आपदा या खतरे के दौरान आपसी तालमेल को बेहतर करने के मकसद से किया जा रहा है.
इस सैन्य अभ्यास का आयोजन प्रत्येक दो वर्षों के अंतराल में किया जाता है. इस अभ्यास स्थान हर दो वर्ष मैं दोनों देशों में बदला जाता है. अभ्यास का उद्देश्य दोनों देश के तटरक्षकों के बीच संबंधों तथा आपसी समझ को मजबूत करना है. दोनों देशों के तटरक्षकों के बीच संयुक्त अभ्यास की शुरुआत वर्ष 2000 में हुई थी.
तिब्बत में ‘जातीय एकता अनिवार्य’ बनाने वाला विधेयक पारित
तिब्बत ने हाल ही में पहली बार जातीय एकता को अनिवार्य करने वाला कानून बनाया है. इसमें सुदूर हिमालयी क्षेत्र के आर्थिक और सामाजिक विकास में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका की झलक मिलती है. तिब्बत पीपल्स कांग्रेस ने हाल ही में जातीय एकता को अनिवार्य करने वाला एक विधेयक पारित किया है.
इस विधेयक 01 मई 2020 से लागू किया जायेगा. इस विधेयक में कहा गया है कि चीन प्राचीन समय से ही तिब्बत का अभिन्न अंग है. इसमें कहा गया है कि यह सभी नागरिकों का कर्तव्य है कि वे देश में अलगाववाद की भावना के विरुद्ध एकजुटता का प्रदर्शन करें.
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