अंडमान एवं निकोबार कमान के तत्वाधान में अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह रक्षा अभ्यास (डीएएनएक्स-17) का सफलता पूर्वक परिचालन किया गया. पांच दिवसीय अभ्यास 20 नवम्बर, 2017 से आरंभ हुआ और 24 नवम्बर 2017 को संपन्न हुआ.
अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह रक्षा अभ्यास (डीएएनएक्स-17) में योजना निर्माण चरण से लेकर, संयुक्त प्लानिंग एवं समेकित दृष्टिकोण का बलों के सहक्रियाशील अनुप्रयोग के लिए अंगीकरण किया गया.
संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन संस्था ने काशी वनीय क्षेत्र को कार्बन क्रेडिट दी
उद्देश्य-
अभ्यास का मुख्य उद्देश्य सभी कमान बलों की प्रक्रियाओं एवं ड्रिलों की प्रैक्टिस करना तथा सुदृढ़ीकरण करना था. जिसका लक्ष्य अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह की रक्षा करना है.
अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह रक्षा अभ्यास (डीएएनएक्स-17) में फाइटर्स, विशेष बल, नौसेना जहाजों तथा हैवी लिफ्ट ट्रांसपोर्ट वायुयानों समेत मुख्य जमीनी एक्रेटिशनल बलों ने भाग लिया.
अभ्यास का आकर्षण-
अभ्यास की विशेषताओं में फाइटर ऑपरेशन, समुद्रों में नाइट पैराजम्प, हैलिकॉप्टरों से बलों को फिसलते हुए नीचे आने एवं जहाजों द्वारा बलों की पानी एवं जमीन पर लैंडिंग के अभ्यास शामिल थे.
विस्तृत current affairs हेतु यहाँ क्लिक करें
डीएएनएक्स-17 अभ्यास के बाद अंडमान एवं निकोबार कमान के कमांडर इन चीफ ने चारों घटकों की उनके सहक्रियाशील योजना तथा कमान योजनाओं के सटीक निष्पादन हेतु सराहना की तथा सभी से भविष्य में किसी भी आकस्मिक घटना के लिए पूरी तरह तैयार रहने के लिए इस अभ्यास से प्रेरणा ग्रहण करने पर फोकस करने को कहा.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation