भारतीय अर्थव्यवस्था के आठ बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर नवंबर 2017 में 6.8 प्रतिशत रही, जबकि एक साल पहले इसी माह इन उद्योगों की उत्पादन वृद्धि 3.2 प्रतिशत थी. रिफाइनरी, इस्पात तथा सीमेंट जैसे क्षेत्रों में मजबूत प्रदर्शन से बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर अच्छी रही.
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बुनियादी उद्योगों में कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक, इस्पात, सीमेंट तथा बिजली उत्पादन को रखा गया है. वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा 01 जनवरी 2018 को जारी आंकड़ों के अनुसार इस बार नवंबर 2017 में रिफाइनरी उत्पाद, इस्पात तथा सीमेंट क्षेत्र की वृद्धि दर सालाना आधार पर क्रमश: 8.2 प्रतिशत, 16.6 प्रतिशत तथा 17.3 प्रतिशत रही. कच्चा तेल तथा प्राकृतिक गैस के उत्पादन में भी वृद्धि हुई है. स्टील और सीमेंट उत्पादन का अच्छा प्रदर्शन उल्लेखनीय है.
हालांकि दूसरी तरफ, कोयला उत्पादन कम हुआ. चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-नवंबर के आठ महीनों में बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर कुछ नरम होकर 3.9 प्रतिशत रही. वर्ष 2016 की इसी अवधि में इसी दौरान इनकी सम्मिलित तौर पर वृद्धि 5.3 प्रतिशत थी.
प्रमुख क्षेत्रों में अच्छी वृद्धि से औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा क्योंकि कुल आद्यौगिक उत्पादन में आठ बुनियादी उद्योगों की हिस्सेदारी करीब 41 प्रतिशत है.
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