भारत निर्वाचन आयोग ने 16 जनवरी 2019 को नई दिल्ली में मतदाता जागरूकता मंच (वोटर एवरनेस फोरम्स) का शुभारंभ किया.
यह मंच विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से मतदाता पंजीकरण, मतदान कैसे करें, कहां पर चुनावी चर्चा करें आदि की जागरूकता पैदा करने का अनौपचारिक मंच है.
उद्देश्य: |
भारत निर्वाचन आयोग का उद्देश्य मतदाताओं को जागरूक कर मतदाता शिक्षा को सुविधाजनक बनाना है. |
मुख्य तथ्य:
• मतदाता जागरूकता मंच सरकारी विभागों, सरकारी और गैर सरकारी संगठनों के साथ-साथ कारपोरेट्स में मतदाता जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करेगा.
• निर्वाचन आयोग के 'स्वीप' कार्यक्रम के तहत शिक्षण संस्थानों में मतदाता साक्षरता क्लब और बूथ स्तर पर चुनाव पाठशालाएं बनाई गई हैं.
• यह मंच मतदाता पहचान पत्र बनाना, मतदान करना व मतदान में प्रयुक्त होने वाली ईवीएम व वीवीपैट के विषय में संपूर्ण जानकारी देगा.
• चुनाव आयोग ने निर्वाचन प्रक्रिया के प्रति मतदाताओं को जागरुक बनाने के लिये सरकार के मंत्रालयों, विभागों और अन्य गैरसरकारी संगठनों को मददगार बनाने की पहल की है.
• राज्यों में भी यह प्रक्रिया शुरु करते हुये सत्र मुख्य निर्वाचन अधिकारियों और जिला निर्वाचन अधिकारियों के माध्यम से मतदाता जागरूकता मंच का गठन होगा.
• इनमें राज्य और जिलों में सरकारी और गैर सरकारी विभागों के नोडल अधिकारियों, सीएसओ, कार्पोरेट और मीडिया को इस कवायद से अवगत कराया जायेगा.
• फोरम में संगठन के सभी अधिकारियों से इसके सदस्य बनने और संस्था के प्रमुख को फोरम का अध्यक्ष बनाये जाने का प्रावधान किया गया है.
निर्वाचक साक्षरता क्लब (ईएलसी) कार्यक्रम का हिस्सा:
उल्लेखनीय है कि मतदाता जागरूकता मंच को आयोग के निर्वाचक साक्षरता कार्यक्रम के तहत शुरु किया गया है. यह पहल गत वर्ष 25 जनवरी को 8वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर शुरु किये गये निर्वाचक साक्षरता क्लब (ईएलसी) कार्यक्रम का हिस्सा है.
ईएलसी में शिक्षण संस्थानों तथा प्रत्येक मतदान केन्द्र पर चुनाव पाठशाला में निर्वाचक साक्षरता क्लब बनाना है. जिससे औपचारिक शिक्षा प्रणाली के बाहर के लोगों को निर्वाचन जागरुकता के दायरे में लाया जा सके.
पृष्ठभूमि:
पिछले एक साल में पूरे देश में लगभग 2.11 लाख ईएलसी स्थापित किए गये हैं. उल्लेखनीय है कि ईएलसी तथा चुनाव पाठशाला के तहत नौ से 12वीं कक्षा के लिए 4 घंटे की विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से छात्रों को चुनाव के प्रति जागरुक बनाया जाता है.
आयोग की ओर से बताया गया कि मतदाता जागरूकता मंच एक अनौपचारिक मंच है जो चुनाव प्रक्रिया के बारे में जागरूकता के लिए विचार-विमर्श, वाद विवाद प्रतियोगितायें तथा अन्य गतिविधियों के माध्यम से मतदाताओं को जागरूक किया जायेगा.
यह भी पढ़ें: केंद्र सरकार ने आरटीई एक्ट में किया संशोधन
Comments
All Comments (0)
Join the conversation