भारतीय सेना के अधिकारियों को ट्रेनिंग देने वाले प्रतिष्ठित संस्थान ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी (OTA) के इतिहास में पहली बार दो महिला कैडेट्स ने शीर्ष सम्मान जीता है. इन दोनों महिला अधिकारियों ने 200 पुरुष कैडेट्स को पीछे छोड़ते हुए यह सम्मान हासिल किया.
हरियाणा की निवासी प्रीति चौधरी और वृत्ति शर्मा ने चेन्नई में ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी (OTA) के 55 वर्ष के इतिहास में पहली बार यह सम्मान हासिल किया है.
स्वॉर्ड ऑफ़ ऑनर
पासिंग आउट परेड के दौरान एकेडमी कैडेट प्रीति चौधरी को स्वॉर्ड ऑफ ऑनर दिया गया जबकि सीनियर अंडर ऑफिसर वृत्ति शर्मा को सिल्वर मेडल से सम्मानित किया गया. अब तक केवल तीन बार ही किसी महिला कैडेट को स्वॉर्ड ऑफ़ ऑनर मिला है. वर्ष 2010 में पहली बार दिव्या अजीत कुमार को जबकि वर्ष 2015 में एम अंजना को यह सम्मान मिला. अब वर्ष 2018 में प्रीति चौधरी को स्वॉर्ड ऑफ ऑनर दिया गया.
स्वॉर्ड ऑफ़ ऑनर के लिए कैडेट को फिजिकल टेस्ट, हथियारों की ट्रेनिंग, लीडरशिप क्वॉलिटी में शानदार क्षमताएं दिखानी पड़ती हैं. क्रॉस कंट्री रन, बॉक्सिंग, डिबेट आदि में कॉम्पिटिशन भी जीतना होता है.
प्रीति चौधरी एवं वृत्ति शर्मा के बारे में
प्रीति चौधरी पानीपत की रहने वाली हैं. उनके पिता इंदर सिंह आर्मी से ऑनररी कैप्टन के तौर पर रिटायर हुए थे, जबकि उनकी मां सुमता टीचर हैं. प्रीति ने स्नातक की पढ़ाई के दौरान एनसीसी जॉइन की. उनका वर्ष 2016 में दिल्ली के गणतंत्र दिवस समारोह के लिए हरियाणा की टुकड़ी में चयन हुआ था. देश की बेस्ट 144 लड़कियों में प्रीति को ऑल इंडिया बेस्ट कैडेट चुना गया और उन्हें प्रधानमंत्री के हाथों सम्मान भी मिला.
वृत्ति शर्मा के पिता बैंक में हैं, जबकि मां लेक्चरर हैं. वृत्ति ने लेडी कैडेट के तौर पर जॉइन करने से पहले जापान में डिजाइन इंजिनियर की नौकरी छोड़ दी थी.
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