Chief Economic Advisor, NITI Aayog: भारत सरकार ने पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद विरमानी को नीति आयोग का पूर्णकालिक सदस्य नियुक्त किया है। उन्होंने 2007 से 2009 तक वित्त मंत्रालय में सीईए के रूप में कार्य किया भी किया है।
आधिकारिक अधिसूचना के अनुसार, “प्रधानमंत्री ने अरविंद विरमानी जो, फाउंडेशन फॉर इकोनॉमिक ग्रोथ एंड वेलफेयर के संस्थापक और अध्यक्ष है उनको पूर्णकालिक सदस्य, नीति आयोग के रूप में तत्काल प्रभाव से और साथ ही अगले आदेश तक, उन्हीं शर्तों पर और नियुक्ति को मंजूरी दी है। नीति आयोग के पूर्णकालिक सदस्यों के लिए लागू शर्तें।
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— Pranav Pandey (@pranavpandey97) November 16, 2022
कौन हैं अरविंद विरमानी?
- गैर-लाभकारी सार्वजनिक नीति संगठन फाउंडेशन फॉर इकोनॉमिक ग्रोथ एंड वेलफेयर के संस्थापक-अध्यक्ष अरविंद विरमानी ने 2007 से 2009 तक मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली सरकार के दौरान वित्त मंत्रालय में मुख्य आर्थिक सलाहकार के रूप में कार्य भी किया है।
- उन्होंने सरकार में विभिन्न पदों पर कार्य किया है। विरमानी फरवरी 2013 से अगस्त 2016 तक भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति पर तकनीकी सलाहकार समिति के सदस्य थे। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ), वाशिंगटन डीसी में भी काम किया था।
- अरविंद विरमानी ने प्रणब मुखर्जी के साथ भी कुछ समय के लिए काम किया, जब वह 2007 से 2009 के बीच पी चिदंबरम को वित्त से गृह मामलों में स्थानांतरित करने के बाद नॉर्थ ब्लॉक चले गए।
- अरविंद विरमानी, 2009 में, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) का कार्यकारी निदेशक नियुक्त किया गया था, और उन्होंने 2012 तक वहाँ अपनी सेवाएँ दी है। IMF में अपने कार्यकाल के दौरान, उन्होंने भारत, बांग्लादेश, श्रीलंका और भूटान का प्रतिनिधित्व भी किया।
अरविंद विरमानी की शिक्षा और उनकी किताबें:
अरविंद विरमानी ने संयुक्त राज्य अमेरिका के हार्वर्ड विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में पीएचडी की हैं। उन्होंने कई किताबें भी लिखी हैं जिनमें द सुडोकू ऑफ इंडियाज ग्रोथ; एकध्रुवीय से त्रि-ध्रुवीय विश्व तक (From Unipolar to Tri-Polar World); बहु-ध्रुवीय संक्रमण विरोधाभास; भारत को समाजवादी ठहराव से वैश्विक शक्ति की ओर ले जाना (Propelling India from Socialist Stagnation to Global Power); और त्वरित विकास और गरीबी में कमी- भारत के विकास के लिए एक नीतिगत ढांचा।
नीति आयोग के सदस्य
नीति आयोग, केंद्र सरकार का प्रमुख थिंक टैंक है जिसकी अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे हैं, वर्तमान में इसमे तीन सदस्य हैं - प्रोफेसर रमेश चंद, डॉ वीके सारस्वत और डॉ वीके पॉल। अरविंद विरमानी को तत्काल प्रभाव से नीति आयोग का सदस्य नियुक्त किया गया है।
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