गिरीश चंद्र मुर्मू और राधा कृष्ण माथुर को 31 अक्टूबर, 2019 को क्रमशः जम्मू और कश्मीर और लद्दाख केंद्र शासित प्रदेशों के पहले उपराज्यपाल (लेफ्टिनेंट गवर्नर) के रूप में शपथ दिलाई गई.
गिरीश चंद्र मुर्मू को श्रीनगर के राजभवन में एक समारोह में जम्मू-कश्मीर उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश गीता मित्तल ने पद की शपथ दिलाई. उससे पहले, लेह में आयोजित एक सादे समारोह में आरके माथुर को मुख्य न्यायाधीश गीता मित्तल ने शपथ दिलाई. मुख्य न्यायाधीश पहले लेह गए थे और फिर शपथ ग्रहण समारोह का संचालन करने के लिए श्रीनगर गए.
जम्मू और कश्मीर तथा लद्दाख के दो केंद्र शासित प्रदेशों के रूप में आज, 31 अक्टूबर 2019 से अस्तित्व में आ गए हैं. इसके साथ ही भारत में राज्यों की कुल संख्या 28 हो गई है और केंद्र शासित प्रदेशों की संख्या 9 हो गई है.
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आर के माथुर
• राधा कृष्ण माथुर त्रिपुरा-कैडर से 1977 बैच के सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी हैं तथा वे लद्दाख के नये राज्यपाल हैं.
• इससे पूर्व आर के माथुर नवंबर 2018 में मुख्य सूचना आयुक्त के रूप में सेवानिवृत्त हुए थे. उन्हें 2016 में इस पद पर नियुक्त किया गया था.
• उन्होंने केंद्रीय रक्षा मंत्रालय में रक्षा सचिव और भारत के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम सचिव के रूप में भी कार्य किया है.
• वे पहले केंद्र सरकार के तहत केंद्रीय कपड़ा मंत्रालय में विकास आयुक्त और मुख्य प्रवर्तन अधिकारी भी रह चुके हैं.
• इसके अलावा, माथुर ने त्रिपुरा राज्य सरकार में वित्त प्रधान सचिव, कृषि प्रधान सचिव और त्रिपुरा के मुख्य सचिव के रूप में भी काम किया है.
गिरीश चन्द्र मुर्मू
• जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश के नए गवर्नर गिरीश चंद्र मुर्मू 1985-बैच के गुजरात-कैडर से सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी हैं.
• इस पद से पहले वे केंद्रीय वित्त मंत्रालय के तहत व्यय सचिव के रूप में सेवारत थे. अक्टूबर समाप्त होते ही उनका कार्यकाल समाप्त हो गया है.
• गिरीश चंद्र मुर्मू को उस समय से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के भरोसेमंद सहयोगी के रूप में जाना जाता है, जब पीएम मोदी ने गुजरात राज्य की कमान संभाली थी.
• जब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे उस समय मुर्मू ने उनके प्रधान सचिव के रूप में कार्य संभाला था.
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