स्वास्थ्य सचिव, राजेश भूषण ने 12 जनवरी, 2021 को यह सूचित किया कि, व्यक्ति वैक्सीन की तार्किक सीमा और उपलब्धता को देखते हुए, ऐसी किसी भी कोरोना वैक्सीन का चयन नहीं कर पाएंगे जो वे पसंद करते हैं.
केंद्र सरकार ने अब तक भारत के सीरम इंस्टीट्यूट से 110 लाख और भारत बायोटेक से 55 लाख खुराक का ऑर्डर दिया है. ये टीके 14 जनवरी तक पूरे भारत में निर्धारित विभिन्न टीकाकरण केंद्रों तक पहुंच जाएंगे क्योंकि भारत में 16 जनवरी 2021 को राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान शुरू किया जाएगा.
भारत में निर्मित टीके
नीति आयोग के डॉ. विनोद पॉल ने यह कहा कि, भारत में उपलब्ध दोनों टीके सस्ते हैं, क्योंकि वे ‘भारत में निर्मित’ हैं. उन्होंने यह भी कहा कि, कोवैक्सीन और कोविशील्ड टीके सबसे सुरक्षित हैं और उनके दुष्प्रभाव नहीं हैं. यदि इनकी तुलना अन्य टीकों से की जाए, तो इन दोनों ही टीकों के महत्व को लेकर कोई खतरा नहीं है.
मुख्य विशेषताएं
• भारत बायोटेक, अपने टीके की कुल खुराकों में से, भारत सरकार को कोवैक्सीन की 16.5 लाख खुराक मुफ्त प्रदान करेगा.
• यह उम्मीद की गई है कि, कोवैक्सीन म्युटेंट स्ट्रेन के खिलाफ कार्य करने में अधिक सक्षम हो सकता है. यह क्षमता कोविशील्ड से अधिक मूल्य निर्धारण के लिए भी प्रमुख पहलू रही.
• भारत बायोटेक ने पहले ही 12 जनवरी 2021 को 2.4 लाख खुराक की पहली किश्त 12 स्थानों पर भेज दी थी, जिसमें तेलंगाना, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, महाराष्ट्र, ओडिशा, असम, बिहार, दिल्ली, लखनऊ, हरियाणा और जयपुर शामिल हैं.
कोविड -19 टीकों की कीमत
• सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया 200 रुपये की कीमत पर अपना टीका प्रदान करेगा. जबकि भारत बायोटेक द्वारा कोवैक्सीन का मूल्य 295 रुपये प्रति खुराक और अतिरिक्त कर है.
• फाइजर के टीके की कीमत दो खुराक के लिए 2,800 रुपये है.
• मॉडर्न की लागत 2,300 रुपये से 2,700 रुपये प्रति खुराक के बीच होगी.
• चीन द्वारा विकसित किए गए टीके की कीमत 5,600 रुपये प्रति खुराक होगी. जबकि भारत में उपलब्ध कराया जाने वाला एक और चीनी टीका 1,200 रुपये प्रति खुराक पर मिलेगा.
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