गुजरात सरकार ने किसानों की बिजली समस्या के समाधान हेतु ‘सूर्य शक्ति किसान योजना’ शुरू की है. गुजरात के 18 हजार गांवों को बिजली पहुंचाने वाली ज्योति ग्राम योजना के बाद राज्य सरकार ने किसानों की बिजली समस्या के स्थायी समाधान हेतु यह योजना शुरू की है.
सरकार किसानों को खेतों में सोलर पैनल लगाने के लिए एक बड़ी राशि की सब्सिडी भी देगी. योजना के द्वारा सरकार को प्रति वर्ष 175 मेगावाट बिजली प्राप्त होने की आशा है.
इस योजना के द्वारा मिलने वाली बिजली को किसान अपने कार्यों में उपयोग करेंगे और साथ ही बची बिजली सरकार को बेच भी सकते है जिसका मुनाफा किसान ही रखेंगे.
इस योजना का उद्देश्य सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देना है. |
योजना से संबंधित मुख्य तथ्य:
• गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपानी ने किसानों की बिजली समस्या के स्थायी समाधान हेतु 870 करोड़ रुपये की लागत से सूर्यशक्ति किसान योजना शुरू की है. किसानों को नाबार्ड की ओर से कर्ज दिया जाएगा.
• इस नई योजना के लिए किसानों को सौर परियोजना की स्थापना के कुल व्यय का केवल 5 प्रतिशत ही खर्च करना होगा.
• केंद्रीय और राज्य सरकारें परियोजना की कुल लागत का 60 प्रतिशत हिस्सा वहन करेगी जबकि 35 प्रतिशत हिस्सा किसानों द्वारा सात साल की अवधि में भुगतान किया जाएगा.
• इस योजना के तहत किसानों को कम वोल्टेज की समस्या के बिना दिन में 12 घंटे बिजली मिलेगी.
• यह योजना उन किसानों हेतु है, जो बिजली कंपनियों के मौजूदा उपभोक्ता हैं. इस योजना के तहत पानी और बिजली की बचत होगी. साथ ही किसान की आय दोगुनी करने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लक्ष्य को भी हासिल किया जा सकेगा.
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