पुरातत्ववेत्ताओं के एक समूह को 2700 वर्ष पहले का टूटा हुआ वाद्य यंत्र और बियानजोंग सेट का फ्रेम प्राप्त हुआ. इसे चीन के शुरुआती वाद्ययंत्रों में से एक माना जा रहा है. इसे ‘से’ नाम से जाना जाता है. ‘से का केवल आधा हिस्सा ही मिला है परन्तु इसमें तारों के लिए पूरा छेद दिखाई देता है. यह समाचार 8 जनवरी 2015 के समाचार पत्र (राष्ट्रीय सहारा) में प्रकाशित हुआ था.
पुरातत्वविदों को यह वाद्य यंत्र मध्य हुबेई प्रांत के एक मकबरे से प्राप्त हुआ. ‘से’ वाद्ययंत्र में 25 तार हैं जो ‘गुजेंग’ वाद्ययंत्र से मिलता है.
हुबेई प्रांत के सांस्कृतिक निशानी और पुरातात्विक शोध संस्थान (Hubei provincial institute of cultural relics and archaeological research) के जांग जियांग (Zhang Xiang) के अनुसार मकबरे का निर्माण पश्चिम झोउ राजवंश (1046 बीसी-771 बीसी) के अंतिम दिनों में या स्प्रिंग एंड ऑटम पीरियड (771 बीसी- 476बीसी) के दौरान हुआ.
जांग जियांग के अनुसार यह मकबरा क्षतिग्रस्त हो गया था. इसकी कुछ चीजें यहां से गायब हो चुकी हैं. ‘से’ चीन का काफी पुराना वाद्ययंत्र है. इस वाद्ययंत्र को बेहद बारीकी से बनाया गया था. इसकी बनावट से प्रतीत होता है कि 27 सदी पहले चीन में संगीत का स्तर काफी ऊंचा रहा होगा.
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