हिंदी की वरिष्ठ महिला साहित्यकार ममता कालिया को वर्ष 2017 के लिए व्यास सम्मान दिया जायेगा. उन्हें यह पुरस्कार के के बिरला फाउंडेशन की ओर से हिंदी उपन्यास की रचना हेतु दिया जायेगा.
ममता कालिया के उपन्यास 'दुक्खम सुक्खम' के लिए उन्हें व्यास सम्मान हेतु चयनित किया गया है. यह उपन्यास वर्ष 2009 में प्रकाशित हुआ था. ममता कालिया के नाम का चयन साहित्य अकादमी की चयन समिति में लिया गया.
व्यास सम्मान में उन्हें सम्मान के साथ साढे तीन लाख रुपये की धनराशि भी दी जायेगी. यह सम्मान किसी भारतीय नागरिक की दस वर्ष की अवधि में हिंदी में प्रकाशित रचनाओं के लिये दिया जाता है.
ममता कालिया के बारे में
• हिंदी साहित्य की वरिष्ठ लेखिका ममता कालिया का जन्म 2 नवंबर 1940 को मथुरा में हुआ था.
• वे हिंदी एवं अंग्रेजी दोनों भाषाओं में लिखती हैं.
• दिल्ली विविद्यालय से अंग्रेजी भाषा से स्नातकोत्तर करने के बाद ममता मुंबई के एसएनडीटी विश्वविद्यालय में परास्नातक विभाग में व्याख्याता बन गईं.
• ममता वर्ष 1973 में वह इलाहाबाद के एक डिग्री कॉलेज में प्राचार्य नियुक्त हुईं और वहीं से वर्ष 2001 में अवकाश ग्रहण किया.
• उनके द्वारा लिखी गयी प्रसिद्ध रचनाओं में नरक-दर-नरक, सपनों की होम डिलीवरी, कल्चर कल्चर, जांच अभी जारी है, निर्मोही, बोलने वाली औरत, सुक्खम-दुक्खम आदि विशेष रूप से शामिल हैं.
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