INCOVACC: भारत की पहली नेजल कोविड-19 वैक्सीन हुई लॉन्च, जानें किसने किया डेवलप
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने भारत की पहली नेजल कोविड-19 वैक्सीन iNCOVACC को लांच किया. यह देश की पहली नेज़ल कोविड-19 वैक्सीन है इसका निर्माण भारत बायोटेक ने किया है.

India's first nasal Covid vaccine: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया और विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री जितेन्द्र सिंह ने भारत की पहली नेजल कोविड-19 वैक्सीन iNCOVACC को लांच किया. यह देश की पहली नेज़ल कोविड-19 वैक्सीन है इसका निर्माण भारत बायोटेक (Bharat Biotech) ने किया है.
इस अवसर पर मांडविया ने कहा, ''यह वैक्सीन भारत के सामर्थ्य और क्षमता की एक मिसाल है''. इस नेजल वैक्सीन की कीमत प्राइवेट हॉस्पिटल में ₹800+टैक्स जबकि केंद्र व राज्य सरकारों के लिए इसकी कीमत ₹325 रखी गयी है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मा.डॉ. @mansukhmandviya जी और विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री मा. @DrJitendraSingh जी ने #COVID19 के लिए @BharatBiotech द्वारा भारत में निर्मित iNCOVACC वैक्सीन को लॉन्च किया।
यह वैक्सीन की ऐतिहासिक उपलब्धि नए भारत की क्षमता का प्रमाण है। pic.twitter.com/s0KdJckGJy— Dr.Bharati Pravin Pawar (@DrBharatippawar) January 26, 2023
भारत की पहली नेजल कोविड वैक्सीन, हाइलाइट्स:
इस इंट्रानेजल कोविड वैक्सीन को भारत के 74वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर लांच किया गया है. इसका निर्माण हैदराबाद स्थित वैक्सीन डेवलपर भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड (BBIL) द्वारा किया गया है.
यह कोविड-19 के लिए दुनिया का पहला इंट्रानेजल वैक्सीन है जिसको दो प्राइमरी डोज के साथ अनुमोदन प्राप्त हुआ है. इस वैक्सीन को वाशिंगटन विश्वविद्यालय, सेंट लुइस के साथ साझेदारी में विकसित किया गया था.
कंपनी के अनुसार, पूरे भारत में 14 परीक्षण स्थलों में 3100 विषयों में सुरक्षा और प्रतिरक्षण क्षमता के लिए फेज III परीक्षण आयोजित किए गए थे.
iNCOVACC इंट्रानेजल टीका 2-8 डिग्री सेल्सियस पर स्टेबल रहता है जो प्री-फ्यूजन स्टेबलाइज्ड स्पाइक प्रोटीन के साथ एक पुनः संयोजक प्रतिकृति-कमी (Recombinant replication-deficient) वाला एडेनोवायरस वेक्टरेड वैक्सीन है.
BBV154 को वयस्कों के बीच प्रतिबंधित आपातकालीन उपयोग के लिए नवंबर में ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) की मंजूरी मिली थी.
इस अवसर पर BBIL के प्रवक्ता ने बताया कि वैक्सीन के लिए, प्रतिवर्ष कई मिलियन डोज की प्रारंभिक निर्माण क्षमता स्थापित की गयी है जिसे आगे आने वाले समय में और बढाया जायेगा.
Proud to launch iNCOVACC®️, the world's 1st intranasal vaccine for COVID, along with Minister @DrJitendraSingh Ji, on #RepublicDay.
— Dr Mansukh Mandaviya (@mansukhmandviya) January 26, 2023
A mighty display of India's research & innovation prowess under PM @NarendraModi Ji's leadership.
Congratulations to @BharatBiotech for this feat! pic.twitter.com/DS9rm8wN9T
विषम बूस्टर डोज:
यह एक विषम बूस्टर खुराक (Heterologous booster dose) नेजल वैक्सीन है. इसका मतलब यह है कि जो लोग पहले कोविशील्ड या कोवाक्सिन टीके लगवा चुके है, वे iNCOVACC वैक्सीन को बूस्टर डोज के रुप में इस्तेमाल कर सकते है.
इंट्रानेजल वैक्सीनेशन के लाभ:
इंट्रानेजल वैक्सीन कई मायनों में फायदेमंद होती है. नेजल म्यूकोसा (Nasal Mucosa) की संगठित प्रतिरक्षा तंत्र के कारण यह टीकाकरण अधिक प्रभावी होता है. इसको उपयोग भी सरल और किफायती होता है. इसके टीकाकरण में प्रशिक्षित हेल्थ केयर वर्कर की भी आवश्यकता नहीं होती है.
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