भारत आज G20 ट्रोइका में शामिल हो गया है, जिसमें इंडोनेशिया, इटली और भारत - क्रमशः वर्तमान, पिछले और आने वाले G20 अध्यक्ष देश - शामिल हैं.
G20 अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक सहयोग का प्रमुख मंच है, जो इस मान्यता को दर्शाता है कि वैश्विक समृद्धि अन्योन्याश्रित है और हमारे आर्थिक अवसर और चुनौतियां आपस में जुड़े हुए हैं.
भविष्य की बेहतर तैयारी के लिए G20 देश एक साथ आए हैं. G20 के संस्थापक सदस्य के रूप में, भारत ने विशेष महत्त्व के मुद्दों और दुनिया भर में सबसे कमजोर लोगों को प्रभावित करने वाले मुद्दों को उठाने के लिए इस मंच का उपयोग किया है.
ट्रोइका क्या है?
ट्रोइका का अर्थ है एक साथ काम करने वाले तीन लोगों का समूह. यह एक अंग्रेजी शब्द है. G20 का ट्रोइका वर्तमान, अगले और तत्काल अतीत के मेजबान देशों से बना है. ट्रोइका निरंतरता सुनिश्चित करता है और अध्यक्ष पद का समर्थन प्रदान करता है.
G20 में Troika की क्या जरूरत है?
G20 एक स्थायी कर्मचारी स्टाफ़ या सचिवालय के बिना काम करता है. इस समूह का अध्यक्ष पद हरेक वर्ष अपने सदस्यों के बीच घूमता है. वर्तमान अध्यक्ष अस्थायी रूप से सचिवालय की स्थापना करता है. यह सचिवालय बैठकें आयोजित करता है और समूह के कामकाज का समन्वय करता है. इस प्रकार, सचिवालय की मदद करने के लिए ट्रोइका की आवश्यकता है ताकि G20 के कार्यों में निरंतरता बनी रहे.
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ट्रोइका के सदस्य देश
वर्ष, 2019 में G20 की मेजबानी जापान द्वारा की गई थी. वर्ष, 2020 में इटली ने G20 की मेजबानी की. वर्ष, 2021 में यह इंडोनेशिया है. वर्ष, 2022, 2023 और वर्ष, 2024 में इसकी मेजबानी इंडोनेशिया, भारत और ब्राजील करेंगे. इस प्रकार वर्ष, 2020 से G20 में ट्रोइका का गठन करने वाले देश निम्नलिखित हैं:
वर्ष, 2020: जापान, इटली और इंडोनेशिया
वर्ष, 2021: इटली, इंडोनेशिया और भारत
वर्ष, 2022: इंडोनेशिया, भारत और ब्राजील
G20 का वर्तमान अध्यक्ष देश
G20 की वर्तमान अध्यक्षता इंडोनेशिया ने हाल ही में ग्रहण की थी. यह अक्टूबर, 2022 तक "रिकवर टुगेदर रिकवर स्ट्रॉन्गर" थीम के तहत वह इस अध्यक्ष पद पर बना रहेगा जिसके बाद, भारत पहली बार अध्यक्ष का पदभार ग्रहण करेगा.
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