एवीएसएम, वीएसएम, चीफ ऑफ मैटेरियल वाइस एडमिरल जी.एस. पब्बी ने 25 मई 2018 को पोर्ट ब्लेयर में आईएन एलसीयू एल-54 जहाज को भारतीय नौसेना के बेड़े में शामिल किया.
भारतीय नौसेना में शामिल किया गया आईएन एलसीयू एल54 चौथा लैंडिंग क्राफ्ट यूटिलिटी (एलसीयू) एमके-IV श्रेणी का जहाज है.
लैंडिंग क्राफ्ट यूटीलिटी एमके-IV
• जहाज का डिजाइन देश ही में तैयार किया गया है और इसका निर्माण गार्डन रीच शिपबिल्डर एंड इंजीनियर्स, कोलकाता ने किया है.
• एल-54 देश की डिजाइन और जहाज निर्माण क्षमता का शानदार उदाहरण है.
• एलसीयू एमके –IV एक महत्वाइकांक्षी जहाज है, जिसकी प्राथमिक भूमिका परिवहन और मुख्यल युद्धक टैंक, सशस्त्र वाहनों, टुकडि़यों और उपकरणों की जहाज से तट तक तैनाती करना है.
• यह जहाज अंडमान और निकोबार कमान में हैं और इन्हें समुद्री तट के अभियानों, तलाशी और बचाव, आपदा राहत अभियानों, आपूर्ति और लदान तथा दूरदराज के द्वीपों से बाहर निकालने जैसे कई अभियानों में तैनात किया जा सकता है.
• लेफ्टिनेंट कमांडर मुनीश सेठी की कमान में इस जहाज में पांच अधिकारी 41 नौसैनिक हैं और इसकी क्षमता 160 टुकडि़यों को ले जाने की है.
लाभ |
इस परियोजना के पांच अन्य जहाज निर्माण की अंतिम व्यवस्था में हैं और डेढ़ साल के बाद इन्हें भारतीय नौ सेना में शामिल किया जाना है. इन जहाजों के नौ सेना में शामिल होने से राष्ट्र की समुद्री सुरक्षा की जरूरतें पूरी करने में मदद मिलेगी. इससे जहाज निर्माण के क्षेत्र में भारत की आत्मनिर्भरता बढ़ेगी. |
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