2 अक्टूबर: विश्व अहिंसा दिवस
विश्व भर में 2 अक्टूबर 2017 को अहिंसा दिवस मनाया गया. यह दिवस महात्मा गांधी के जन्मदिवस के अवसर पर मनाया जाता है, वे अहिंसा के दर्शन शास्त्री एवं समर्थक थे.
अहिंसा की नीति के ज़रिए विश्व भर में शांति के संदेश को बढ़ावा देने के महात्मा गांधी के योगदान को सराहने के लिए इस दिन को अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में मनाने का फ़ैसला किया गया था. इस सिलसिले में 'संयुक्त राष्ट्र महासभा' में भारत द्वारा रखे गए प्रस्ताव का भरपूर समर्थन किया गया.
इस अवसर पर सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थाओं ने अहिंसा के राजनैतिक एवं सामाजिक महत्व पर विशेष कार्यक्रम, वार्ता एवं जागरूकता गतिविधियों का आयोजन किया. महात्मा गाँधी ने भारत के स्वतन्त्रता आन्दोलन का नेतृत्त्व किया था और अहिंसा के दर्शन का प्रचार किया.
संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा 5 जून 2007 को एक प्रस्ताव पारित करके प्रतिवर्ष 2 अक्टूबर को अन्तरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस मनाये जाने की घोषणा की गयी थी.
प्रस्ताव का उद्देश्य अहिंसा के सिद्धांत की सार्वभौमिक प्रासंगिकता को पुष्ट करना था तथा विश्व में शांति, सहिष्णुता, आपसी समझ और अहिंसा को बढ़ावा देना था.
इस दिवस का भारत के लिए विशेष महत्व है क्योंकि इस प्रस्ताव का संयुक्त राष्ट्र के 140 सदस्य राष्ट्रों ने समर्थन किया.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation