भारत में नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर पाबंदी फिलहाल 30 नवंबर तक आगे बढ़ा दी गई है. इसकी जानकारी नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने 28 अक्टूबर 2020 को दी. नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ने 28 अक्टूबर 2020 को कोरोना वायरस महामारी के चलते नियमित अंतरराष्ट्रीय यात्री विमानों के निलंबन को 30 नवंबर तक आगे बढ़ा दिया गया है.
केंद्र सरकार ने इससे पहले अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक उड़ान सेवाओं पर लगे प्रतिबंध को 31 अक्टूबर 2020 तक के लिए बढ़ाया था. भारतीय विमानन नियामक ने एक परिपत्र में कहा कि कुछ अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को चुनिंदा मार्गों पर अनुमति दी जा सकती है. हालांकि, इस दौरान अंतरराष्ट्रीय कार्गो विमान और विशेष विमानों समेत वंदे भारत मिशन के तहत चलने वाले विमानों का संचालन जारी रहेगा.
23 मार्च से अंतरराष्ट्रीय यात्री विमान निलंबित
कोरोना वायरस महामारी के कारण 23 मार्च से भारत में नियमित अंतरराष्ट्रीय यात्री विमान सेवाओं को निलंबित कर दिया गया है. लेकिन मई महीने से ही विशेष अंतरराष्ट्रीय उड़ानें जैसे वंदे भारत मिशन के तहत और जुलाई महीने से चुनिंदा देशों के साथ द्विपक्षीय 'एयर बबल' व्यवस्था के तहत कुछ विमान संचालित किए जा रहे हैं.
'एयर बबल' समझौते
भारत ने अमेरिका, ब्रिटेन, यूएई, केन्या, भूटान और फ्रांस सहित लगभग 18 देशों के साथ 'एयर बबल' समझौते किए हैं. इसके अंतर्गत दो देशों के बीच एक एयर बबल पैक्ट के तहत विशेष अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों को उनके क्षेत्र के बीच उनकी एयरलाइंस द्वारा संचालित किया जा सकता है.
25 मई से नियमित घरेलू यात्री उड़ानें शुरू
गौरतलब है कि कोरोना महामारी की स्थिति के बीच भारत में कोरोना लॉकडाउन के दो महीने के बाद 25 मई 2020 को नियमित घरेलू यात्री उड़ानें फिर से शुरू हुईं थी.
अनलॉक-5: गाइडलाइंस जारी
गौरतलब है कि कोरोना को देखते हुए गृह मंत्रालय की ओर से अनलॉक-5 की गाइडलाइंस जारी की गई है. गृह मंत्रालय ने कोरोना गाइडलाइंस के मद्देनजर 30 सितंबर को जो आदेश लागू किया था, उसे अब 30 नवंबर 2020 तक प्रभावी रखा है. इसके तहत 30 नवंबर तक कंटेनमेंट जोन में लॉकडाउन को सख्ती से लागू किया जाएगा.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation