विश्व भर में 1 मई 2016 को अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस मनाया गया. वर्ष 2016 को मनाये गये मजदूर दिवस का विषय था – अंतरराष्ट्रीय मजदूर आंदोलन का जश्न. इसे अंतरराष्ट्रीय वर्कर दिवस एवं मई दिवस के नाम से भी जाना जाता है.
यह विषय तेजी से बदलती वैश्विक आर्थिक व्यवस्था में आर्थिक संबंधों में विशेष अहमियत रखता है.
इस दिवस की अहमियत को समझते हुए लगभग 80 प्रतिशत देशों ने इस दिन राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया है.
उत्पादन के चार प्रमुख श्रेणियों में मजदूर एक विशेष वर्ग है, यह चार श्रेणियां हैं – भूमि, पूंजी, संगठन एवं मजदूर.
आर्थिक प्रगति के लिए प्रभावशाली मजदूरों का होना आवश्यक है. मई दिवस मजदूरों के लाभ हेतु विभिन्न कल्याणकारी कार्यों की ओर इंगित करता है.
पृष्ठभूमि
• यह दिवस संगठित अथवा असंगठित क्षेत्रों के कामगारों एवं मजदूरों द्वारा मनाया जाता है.
• इस तिथि का चयन समाजवादी और साम्यवादी राजनीतिक दलों के संगठन सेकंड इंटरनेशनल द्वारा किया गया. उस समय 4 मई 1886 के दिन शिकागो में हेयमार्किट अफेयर मनाने के लिए यह दिन निर्धारित किया गया.
• 19वीं सदी के शुरुआत में मजदूरों के लिए आठ घंटे काम और बेहतर सुविधाओं की बहाली की गयी.
• ब्रिटेन में 1847 में हुए प्रदर्शन के बाद आंदोलनकारियों को सफलता प्राप्त हुई. 1 मई 1886 को हेयमार्किट में हुए धरना प्रदर्शन में चार मजदूरों की मृत्यु हुई.
Now get latest Current Affairs on mobile, Download # 1 Current Affairs App
Comments
All Comments (0)
Join the conversation