India's first commercial satellite broadband: सैटेलाइट इंटरनेट प्रदाता ह्यूजेस कम्युनिकेशंस इंडिया (HCI) ने देश में सैटेलाइट इंटरनेट सेवा को बढ़ावा देने के लिए, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) द्वारा संचालित भारत के पहले उच्च-थ्रूपुट उपग्रह (HTS) ब्रॉडबैंड सेवा के वाणिज्यिक लॉन्च की घोषणा की है. ह्यूजेस कम्युनिकेशंस इंडिया ने इसरो के सहयोग से आधिकारिक तौर पर देश में अपनी पहली उच्च थ्रूपुट उपग्रह ब्रॉडबैंड इंटरनेट सेवा शुरू कर दी है.
इस अवसर पर इसरो के अध्यक्ष डॉ एस सोमनाथ ने कहा कि निजी क्षेत्र के साथ साझेदारी दूरस्थ क्षेत्रों में लोगों के जीवन को और बेहतर करने में मदद मिलेगी. वर्तमान समय में, उच्च-थ्रूपुट उपग्रह (HTS) ब्रॉडबैंड सेवा की मदद से ही भारतीय सेना, और अर्धसैनिक बल वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) और अन्य दूरस्थ सीमा चौकियों की निगरानी कर रही है.
We are happy to launch India's first High Throughput Satellite broadband service with support from the @isro. We are confident that the new HTS service from @hughes_Ind will address existing #connectivity gaps, & address high speed bandwidth requirements. pic.twitter.com/Kld2xOwXsU
— Hughes India (@hughes_Ind) September 12, 2022
क्या है हाई-थ्रूपुट सैटेलाइट ब्रॉडबैंड?
एचटीएस एक संचार उपग्रह है जो पारंपरिक संचार उपग्रहों या निश्चित उपग्रह सेवा की तुलना में अधिक थ्रूपुट प्रदान करता है. उच्च-थ्रूपुट पारंपरिक उपग्रहों की तुलना में उच्च, डेटा प्रोसेसिंग और डेटा ट्रांस्फर क्षमता को संदर्भित करता है. जबकि ये सामान्य संचार उपग्रहों के सामान ही समान मात्रा में कक्षीय स्पेक्ट्रम का उपयोग करता है.
एचटीएस की विशेषताएं:
- बैंडविड्थ: यह बहुत अधिक बैंडविड्थ प्रदान करता है. साथ ही यह बहुत न्यून लागत पर बैंडविड्थ प्रदान करता है.
- स्पॉट-बीम: एचटीएस के संचालन में स्पॉट-बीम का उपयोग किया जाता है. इसकी तुलना में पारंपरिक उपग्रह एकल बीम का प्रयोग करते है.
- कनेक्टिविटी: इनकी कनेक्टिविटी सामान्य संचार उपग्रह से कही अधिक बेहतर होती है.
क्या है ह्यूजेस कम्युनिकेशंस इंडिया की योजना?
- ह्यूजेस कम्युनिकेशंस इंडिया भारत में सैटेलाइट सेवा के त्वरित विकास की योजना बनाया है. इसका उद्देश्य देशभर में हाई-स्पीड ब्रॉडबैंड का विस्तार करना है.
- कंपनी की, स्थलीय इंटरनेट नेटवर्क की सुविधा की तरह भारत के दूरस्थ क्षेत्रों में भी इंटरनेट नेटवर्क को मजबूत करने की योजना है.
- लेह और लद्दाख के दूरस्थ क्षेत्रों से लेकर भारत के पूर्वोत्तर राज्यों तक कंपनी ने ISRO की जीसैट-11 और जीसैट-29 उपग्रहों की केयू-बैंड क्षमता की मदद से उच्च गति वाले उपग्रह ब्रॉडबैंड सेवाएं प्रदान करने का वादा किया है.
- इसके मद्देनजर कंपनी पिछले एक वर्ष से उत्तर भारत में अपने ऑपरेशन की टेस्टिंग भी की थी और इसे और बेहतर बनाने में कार्यरत है.
ह्यूजेस कम्युनिकेशंस इंडिया के बारे में:
- एचसीआई, ह्यूजेस नेटवर्क सिस्टम्स, एलएलसी (ह्यूजेस) और भारती एयरटेल लिमिटेड का एक संयुक्त उपक्रम है, जो ब्रॉडबैंड उपग्रह नेटवर्क और सेवाओं का अग्रणी वैश्विक सेवा प्रदाता कंपनी है. ह्यूजेस कम्युनिकेशंस इंडिया 22 हजार से अधिक साइटों के साथ ऊर्जा खुदरा क्षेत्र में भी अग्रणी कंपनी है. साथ ही यह देश भर में तेल खुदरा नेटवर्किंग को स्वचालित करने की दिशा में अहम सहयोग कर रहा है.
- ह्यूजेस भारत की रक्षा संचार आवश्यकताओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है. ह्यूजेस वर्तमान में भारतीय नौसेना, सेना, वायु सेना के लिए विभिन्न टर्नकी उपग्रह प्रणाली एकीकरण परियोजनाओं पर काम कर रहा है. एचसीआई वर्तमान में पूरे भारत में दो लाख से अधिक व्यापारिक और सरकारी संस्थाओं को सैटेलाइट ब्रॉडबैंड एक्सेस प्रदान कर रहा है.
'मेक इन इंडिया' पहल को मिलेगी मजबूती:
ह्यूजेस कम्युनिकेशंस इंडिया और ISRO की इस पहल से 'मेक इन इंडिया' मूवमेंट को भी बढ़ावा मिल रहा है. रक्षा सहित अन्य क्षेत्रों में 'मेक इन इंडिया' के बढ़ते कदम के साथ अब टेक्नोलॉजी और स्पेस के क्षेत्र में भी 'मेक इन इंडिया' मूवमेंट को गति मिल रही है. ह्यूजेस इंडिया के उपाध्यक्ष शिवाजी चटर्जी ने भी 'मेक इन इंडिया' पहल को मजबूत करने की बात कही है.
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