दक्षिण अमेरिकी देश कोलंबिया में 17 जून 2018 को संपन्न राष्ट्रपति चुनावों में डेमोक्रेटिक सेंटर पार्टी के उम्मीदवार इवान ड्यूक ने जीत हासिल की. वे कोलंबिया के अब तक के सबसे युवा राष्ट्रपति बने हैं.
इवान को करीब 54% वोट हासिल हुए जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी गुस्तावो पेट्रो को 41.8% वोट मिले. इवान ने यह चुनाव कोलंबियाई गृहयुद्ध में गोरिल्ला विद्रोहियों के खिलाफ हुए शांति समझौते में बदलाव करने को लेकर लड़ा था. ड्यूक को कोलंबिया की अर्थव्यवस्था के लिए हितैषी माना जा रहा है क्योंकि उन्होंने अपने चुनावी प्रचार के दौरान टैक्स में कटौती तथा निवेश में बढ़ोतरी के लिए कहा था.
इवान ड्यूक के बारे में जानकारी
• इवान ड्यूक मर्क़ुएज़ का जन्म 1 अगस्त 1976
• वे 2018 से 2022 तक डेमोक्रेटिक सेंटर पार्टी के कैंडिडेट के रूप में राष्ट्रपति पद पर बने रहेंगे.
• वे वर्ष 2001 से 2013 तक इंटर-अमेरिकन डेवलपमेंट बैंक (IDB) में कार्यरत रहे.
• आईडीबी में उन्होंने कोलम्बिया, पेरू, इक्वाडोर के एग्जीक्यूटिव बोर्ड में बतौर वरिष्ठ सलाहकार कार्य किया.
• ड्यूक कोलंबिया के पूर्व राष्ट्रपति अल्वारो वेलेज़ के अंतरराष्ट्रीय सलाहकार भी रहे.
• वे 31 मई 2010 को इजरायल और तुर्की के बीच गाजा फ्लोटिला की घटना के लिए महासचिव द्वारा नियुक्त शोध पैनल में संयुक्त राष्ट्र (संयुक्त राष्ट्र) में एक सलाहकार थे.
ड्यूक 1872 के बाद से कोलंबिया के सबसे कम उम्र के राष्ट्रपति होंगे. वह पिछले महीने आसानी से पहला चरण जीत गये थे. उन्होंने सैंटोस द्वारा हस्ताक्षरित समझौते को बदलने का वादा किया था. पूर्व राष्ट्रपति जुआन मैनुअल सैंटोस ने रिवॉल्यूशनरी आर्म्ड फोर्स ऑफ कोलंबिया (फार्क) के साथ लड़ाई समाप्त करने के लिए प्रयास किया था, जिसके कारण उन्हें शांति का नोबेल पुरस्कार मिला. चार करोड़ 90 लाख आबादी के देश में अत्यंत अलोकप्रियता के साथ उन्होंने कार्यालय छोड़ा.
फार्क विद्रोही |
द रिवोल्यूशनरी आर्म फोर्सेज़ ऑफ कोलम्बिया (फार्क) कोलंबिया का सबसे बड़ा विद्रोही समूह है. फार्क की स्थापना 1964 में हुई. ये कम्यूनिस्ट पार्टी की सशस्त्र शाखा थी. फार्क मार्क्सवादी-लेनिन विचारधारा से प्रेरित है. फार्क के मुख्य संस्थापक छोटे किसान और श्रमिक थे जो कोलंबिया में उस वक्त असमानता के खिलाफ संघर्ष के लिए एकजुट हुए थे. 1950 के दशक में क्यूबा की क्रांति से प्रेरित होकर उन्होंने ज़मीनों पर ज्यादा अधिकार और नियंत्रण की मांग की. लेकिन उनकी कम्यूनिस्ट विचारधारा को बड़े जमीदारों और सरकार ने ख़तरे के तौर पर लिया और उनकी संस्था को भंग करने के लिए सेना भेजी गई. फार्क के निशाने पर कोलंबिया के सुरक्षा बल रहे हैं. फार्क के लड़ाके पुलिस स्टेशन, सेना की पोस्ट को निशाना बनाते रहे हैं. ये विद्रोही शासन के खिलाफ हथियार उठाते हैं. |
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