Australia Fights Honeybee: ऑस्ट्रेलिया में पहली बार घातक वारोआ प्लेग फैलने के बाद 60 लाख से अधिक मधुमक्खियों को मारा गया है. ऑस्ट्रेलिया में शहद को बचाने हेतु मधुमक्खियों को मारा जा रहा है. ऑस्ट्रेलिया में शहद इंडस्ट्री को बचाने के लिए लाखों मधुमक्खियों को मारा जा रहा है.
मधुमक्खियों के लिए सबसे बड़ा खतरा माने जाने वाला यह पैरासाइट उनका खून चूसता है, उन्हें अपंग बनाता है तथा वे उड़ नहीं पातीं. बता दें ऑस्ट्रेलिया के करोड़ों डॉलर के शहद उद्योग को बचाने के लिए उन्हें मारा जा रहा है. इसके पीछे वेरोआ माइट नाम का परजीवी है. यह परजीवी देश के दक्षिण-पूर्वी हिस्से में फैल गया है.
कितना खतरनाक है यह संकमण
बता दें वेरोआ माइट के छत्ते में पहुंचने पर वायरस के फैलने का खतरा भी बढ़ता है. यह जीव छत्ते में पांच तरह के वायरस फैला सकता है जो मधुमक्खियों की पूरी कॉलोनी को पूरी तरह से तबाह कर सकता है. विश्वभर में यह जीव मधुमक्खियों की कॉलोनी को तबाह करने हेतु जाना जाता है.
वेरोआ माइट क्या है?
तिल के आकार का वेरोआ माइट का रंग हल्का लाल भूरा होता है. आपको बता दें कि एक वेरोआ माइट ही मधुमक्खियों के पूरे छत्ते को खत्म कर सकता है. यह एक मधुमक्खी से चिपकने के बाद दूसरे तक पहुंचता है तथा इस तरह पूरे छत्ते को अपनी जद में ले लेता है.
बता दें वेरोआ के छत्ते में पहुंचने पर मधुमक्खियां एक-दूसरे से अलग होना शुरू कर देती हैं. इंसानों की तरह ही यह सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करती हैं. बीमारी को रोकने के साथ उनके व्यवहार में भी बदलाव लाती हैं. इसके बाद भी यह परजीवी बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचाता है.
यह ऑस्ट्रेलिया के किस हिस्से में फैला है?
वेरोआ माइट ऑस्ट्रेलिया के दक्षिण-पूर्वी हिस्से में फैल गया है. अब इसकी वजह से करोड़ों रुपये की शहद इंडस्ट्री पर खतरा मंडरा रहा है. मधुमक्खी पालकों के लिए इसे देखते हुए ही अलर्ट जारी किया गया. इसके बाद से हजारों हनीबी कॉलोनियों (जहां मधुमक्खी पालन किया जाता है) का नष्ट कर दिया गया है.
संक्रमण फैलने का खतरा
यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन एवं इटली की ससारी यूनिवर्सिटी की रिसर्च कहती है कि, मधुमक्खी दूसरी मधुमक्खियों को खाने का पता बताने के लिए खास तरह का डांस करके समझाती हैं. बता दें इसी डांस के जरिए संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ता है.
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