कृष्णा कुमारी पाकिस्तान में सीनेटर (राज्यसभा सांसद) चुनी जाने वालीं पहली हिंदू महिला बन गई हैं. कृष्णा कुमारी बिलावल भुट्टो जरदारी के नेतृत्व वाले पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (पीपीपी) की तरफ से चुनी गई हैं.
कृष्णा कुमारी ने सिंध प्रांत की उस सीट से जीत हासिल की है जो महिलाओं के लिए आरक्षित थी. कृष्णा कुमारी ने चुनाव में तालिबान से जुड़े एक मौलाना को हराया है.
कृष्णा कुमारी:
• कृष्णा कुमारी कोहली का जन्म वर्ष 1979 में पाकिस्तान के सिंध प्रांत में एक बेहद गरीब परिवार में हुआ था.
• उन्हें और उनके परिवार को कई सालों तक बंधुआ मजदूर तक का काम करना पड़ा था.
• उन्हें वर्ष 2007 में इस्लामाबाद में आयोजित तीसरे मेहरगढ़ मानवाधिकार नेतृत्व प्रशिक्षण शिविर के लिए चुना गया था.
• वे समाज के लिए अपने कार्यों के कारण पाकिस्तान में बड़े चेहरे के तौर पर उभरीं.
• उन्होंने वर्ष 2013 में सिंध विश्वविद्यालय से समाज शास्त्र में मास्टर्स की डिग्री हासिल की.
• उन्होंने थार और अन्य इलाकों में हाशिये पर जी रहे समाज के दबे-कुचले और शोषित वर्गों के लिए काम किया.
• वे एक सामाजिक कार्यकर्ता के तौर पर अपने भाई के साथ पीपीपी में शामिल हुईं और बाद में यूनियन काउंसिल बेरानो की अध्यक्ष चुनी गईं.
• महज 16 साल की उम्र में कृष्णा कुमारी का विवाह लालचंद से हो गया. वे उस वक्त 9वीं कक्षा में पढ़ती थीं.
पाकिस्तान की सीनेट:
• सीनेट, पाकिस्तान की द्वीसदनीय विधियिका का उच्चसदन है. इसके चुनाव त्रिवर्षीय अवधी पश्चात, आधे संख्या के सीटों के लिए आयोजित किए जाते है.
• यहाँ सदस्यों क कार्यकाल 6 वर्ष होता है. सीनेट के अध्यक्ष देश के राष्ट्रपति का अभिनय होते हैं.
• इसे वर्ष 1973 में स्थापित किया गया था पाकिस्तान के संविधान में से सीनेट से संबंधित सारे प्रावधान अनुच्छेद 59 मैं दिए गए हैं. पाकिस्तान के संसद भवन में सीनेट का कक्ष पूर्वी भाग में है.
• सीनेट में हर तीन साल पर सीनेट की आधे सीटों के लिए चुनाव आयोजित की जाती हैं और प्रत्येक सीनेटर छह वर्ष की अवधि के लिये चुना जाता है.
• संविधान में सीनेट भंग करने का कोई भी प्रावधान नहीं दिया गया है, बल्की, इसमें इसे भंग करने पर मनाही है.
• इस सदन के गठन का मुख्य उद्देश्य पाकिस्तान की सभी संघीय इकाइयों(प्रांतों और प्रदेशों) को एक मंच पर प्रतिनिधित्व देना है.
पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (पीपीपी):
पाकिस्तान पीपल्स पार्टी, जिसे पीपीपी भी कहा जाता है, पाकिस्तान का एक प्रमुख राजनैतिक दल है. इसकी विचारधार गणतांत्रिक समाजवाद है. इसकी स्थापना 30 नवम्बर 1967 में ज़ुल्फ़िकार अली भुट्टो ने नेतृत्व में हुई थी. उसी समय से इस पार्टी का नेता हमेशा कोई भुट्टो-ज़रदारी परिवार का सदस्य ही रहा है. पार्टी का केंद्र पाकिस्तान के दक्षिणी सिंध प्रान्त में है.
पृष्ठभूमि:
पीपीपी ने देश को कई महिला राजनेता दिए हैं. इनमें देश की पहली महिला प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो, पहली महिला विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार और नेशनल असेंबली की पहली महिला स्पीकर फहमिदा मिर्जा शामिल हैं. कृष्णा कुमारी के चुनाव लड़ने का मुद्दा पाकिस्तान में महिलाओं के अधिकारों के लिए लड़ना रहा है.
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