मध्य प्रदेश सरकार ने नर्मदा पार्वती नदियों को आपस में जोड़ने की परियोजना को मंजूरी प्रदान की. मध्यप्रदेश सरकार द्वारा 13 दिसंबर 2017 को मंजूर की गयी इस योजना की लागत 7,546 करोड़ रुपये है.
दोनों नदियों के आपस में जोड़े जाने से इस क्षेत्र के दो लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई की सुविधा उपलब्ध हो सकेगी. साथ ही, क्षेत्र के किसानों एवं कृषि के विकास संबंधी विभिन्न कार्यों को आरंभ किया जा सकेगा.
योजना के मुख्य बिंदु
• मालवा क्षेत्र के दो लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई की सुविधा उपलब्ध हो सकेगी.
• मालवा अंचल के लिए नर्मदा-क्षिप्रा लिंक परियोजना, नर्मदा-गंभीर लिंक परियोजना और नर्मदा-कालीसिंध परियोजना के बाद यह चौथी महत्वाकांक्षी परियोजना है.
• मुख्यमंत्री द्वारा यह निर्देश दिए गये कि सिंचाई परियोजनाओं के कार्य समय-सीमा में पूरे किए जाएं.
• नर्मदा-क्षिप्रा लिंक परियोजना से देवास और उज्जैन की पेयजल समस्या का स्थायी समाधान हुआ है.
• लगभग 50,000 हेक्टेयर सिंचाई क्षमता की नर्मदा-गंभीर लिंक परियोजना का निर्माण कार्य चल रहा है.
• इसमें यह भी बताया गया कि नर्मदा-पार्वती लिंक परियोजना का निर्माण चार चरणों में पूरा होगा.
• इस परियोजना से सीहोर और शाजापुर जिले के 369 गांवों के किसान लाभान्वित होंगे.
• परियोजना में सिंचाई जल का वितरण भूमिगत पाइप लाइनों के माध्यम से किया जाएगा. प्रत्येक किसान को ढाई हेक्टेयर तक 20 मीटर दबाव से जल उपलब्ध होगा.
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