संस्कृति और पर्यटन मंत्रालय ने देश में कोरोना की दूसरी लहर को देखते हुए 15 अप्रैल 2021 को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) विभाग द्वारा संरक्षित सभी स्मारकों को आगामी 15 मई तक बंद रखने का फैसला लिया है. देश में कोरोना की दूसरी लहर का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है.
इस संबंध में जारी आदेश के अनुसार, तेजी से बिगड़ती कोविड-19 स्थिति के कारण भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के तहत सभी केंद्रीय संरक्षित स्मारकों/स्थलों और संग्रहालयों को तत्काल प्रभाव से बंद करने का निर्णय लिया गया है और यह प्रतिबंध 15 मई 2021 तक या अगले आदेशों तक जारी रहेगा.
केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन राज्य मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने भी आदेश को ट्वीट करते हुए कहा कि कोरोना महामारी के मौजूदा प्रकोप को देखते हुए केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने 15 मई तक इसके द्वारा संरक्षित सभी स्मारकों को बंद करने का निर्णय लिया है.
कोरोना की महामारी के वर्तमान प्रकोप को देखते हुए @MinOfCultureGoI ने @ASIGoI के द्वारा संरक्षित सभी स्मारकों को आगामी 15 मई तक बंद रखने का फ़ैसला किया है @PMOIndia @tourismgoi @incredibleindia pic.twitter.com/EZX2jNQI9V
— Prahlad Singh Patel (@prahladspatel) April 15, 2021
ये स्मारक रहेंगे बंद
आदेश के मुताबिक आगरा में ताजमहल, आगरा किला, फतेहपुर सीकरी, एत्माद्दौला, सिकंदरा, महताब बाग समेत दिल्ली समेत स्मारकों पर फिर से ताले लग जाएंगे. देश के प्रमुख स्मारकों में कुतुब मीनार, हुमायूं का मकबरा, अजंता एलोरा की गुफाओं समेत 200 से ज्यादा ऐतिहासिक स्मारकों, पुरातत्व स्थलों और संग्रहालयों को भी बंद करने के आदेश दिए गए हैं. साल 2020 में 17 मार्च से 21 सितंबर तक ताजमहल समेत आगरा के सभी स्मारक बंद रहे थे.
पर्यटन मंत्री ने क्या कहा?
केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने बताया कि देश में कोरोना का खतरा तेजी से बढ़ रहा है. इस कारण स्मारकों और संग्रहालयों को 15 मई तक बंद करना पड़ा है. उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि सभी लोगों से आग्रह है कि बहुत जरूरी होने पर ही घरों से बाहर निकलें. सोशल डिस्टेंस बनाकर रखें और मास्क जरूर लगाएं.
यह फैसला क्यों लिया गया?
बता दें कि पिछले वर्ष कोरोना संक्रमण बढ़ने पर भी इन स्मारकों को बंद किया गया था, लेकिन बाद में स्थिति सामान्य होने पर खोल दिया गया था. इस साल फिर से कोरोना वायरस की दूसरी लहर देश में फैल रही है और जिस कारण से सरकार को ऐतिहासिक स्मारकों को पर्यटकों के लिए बंद करने का निर्णय लेना पड़ा है.
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