कोलकाता आर्कडायसिस ने 6 सितम्बर 2017 को मदर टेरेसा को सह-संरक्षक घोषित किया. मिशनरीज ऑफ चैरिटी की प्रधान सिस्टर प्रेमा ने मदर टेरेसा को अपना सहायक सरंक्षक घोषित किया.
उन्होंने यह घोषणा मदर के संत से विभूषित होने के एक वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में महानगर के इंडियन काउंसिल ऑफ कल्चरल रिलेशंस (आइसीसीआर) के अवनींद्र गैलरी में को दो दिवसीय चित्र प्रदर्शनी के उदघाटन के अवसर पर की.
गौरतलब है कि इस प्रदर्शनी का आयोजन इंडियन नेशनल फोरम ऑफ आर्ट एंड कल्चर (आइएनएफएसी ), मदर आर्ट व आइसीसीआर ने संयुक्त रूप से मदर को श्रद्धांजलि देने के लिए किया है. इस अवसर पर सिस्टर प्रेमा ने मदर टेरेसा के जीवन के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से प्रकाश डाला. उन्होंने कोलकाता के आइएनएफएसी को प्रदर्शनी आयोजित करने के लिए बधाई दी.
आइएनएफएसी के बोर्ड ऑफ ट्रस्टी के चेयरमैन तापस गन चौधरी ने कहा कि उनके सांस्कृतिक संस्था ने मदर टेरेसा के संत की उपाधि की वर्षपूर्ति को यादगार बनाने के लिए यह कार्यक्रम आयोजित किया है. आइएनएफएसी के यंग आर्टिस्ट फोरम के अध्यक्ष तपन पाठक ने कहा कि यह फोरम नवोदित कलाकारों को मंच प्रदान करने का माध्यम है.
मिशनरीज़ ऑफ़ चैरिटी:
मिशनरीज़ ऑफ़ चैरिटी एक रोमन कैथोलिक स्वयंसेवी धार्मिक संगठन है, जो विश्व-भर में मानवीय कार्यों में संमग्न है. मदर टेरेसा ने मिशनरीज़ ऑफ़ चैरिटी की स्थापना वर्ष 1950 में की थी. आज यह विश्व के 120 से भी अधिक देशों में विभिन्न मानवीय कार्यों में संमग्न 4500 से भी अधिक ईसाई मिशनरियों की मंडली है.
इस मंडली के मिशनरी विश्व भर में, गरीब, बीमार, शोषित और वंचित लोगों की सेवा और सहायता में अपना योगदान देते हैं, तथा शरणार्थियों, अनाथों, युद्धपीड़ितों, वयस्कों और एड्स तथा अन्य घातक रोगों से पीड़ित लोगों की सेवा करते हैं.
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