16 नवम्बर 2016 को भारतीय प्रेस परिषद ने दिल्ली में स्वर्ण जयंती मनाई. इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पत्रकारिता के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान करने वाले पत्रकारों को पुरस्कार प्रदान किए.
- स्वतंत्र और जिम्मेदार प्रेस के प्रतीक स्वरूप 16 नवम्बर को प्रति वर्ष प्रेस दिवस मनाया जाता है.
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अनुसार प्रेस की आजादी का अत्यधिक महत्व है. उन्होंने प्रेस के स्व-नियंत्रित होने की हिमायत की.
- प्रेस पर बाहरी हस्तक्षेप और नियमन नहीं नहीं होना चाहिए.
- केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री एम वेंकैया नायडू के अनुसार मीडिया में स्व-नियंत्रण ही सबसे बेहतर नीति है.
- स्व-नियंत्रण से पत्रकारिता की नैतिकता और लोकतांत्रिक आदर्श सुरक्षित रहेंगे.
- देश की एकता, संप्रभुता, सुरक्षा और कानून व्यवस्था की स्थिति को ध्यान में रखते हुए संयम की आवश्यकता है.
स्थानीय समुदायों और स्थानीय भाषा के साथ अपनी निकटता के कारण मीडिया की भूमिका क्षेत्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण हो जाती है. समाज के सभी वर्गों तक पहुँचने के माध्यम से क्षेत्रीय मीडिया स्वस्थ्य लोकतंत्र के निर्माण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.
सरकार की नई प्रिंट मीडिया विज्ञापन नीति के अनुसार यह पैनल प्रक्रिया में छूट प्रदान कर क्षेत्रीय भाषाओं/ बोलियों, छोटे और मध्यम समाचार पत्रों को समान रूप से विशेष प्रोत्साहन प्रदान करेगा.
सोशल मीडिया-
- सोशल मीडिया संचार का नया उपकरण है जो सहज और क्रियात्मक है.
- इस तरह के माध्यम में अवसर और चुनौतिया दोनों होती हैं.
- संचार की इस विधा को व्यापक राष्ट्रीय हित और व्यक्तिगत भलाई के लिए विवेकपूर्ण तरीके से इस्तेमाल किया जाना चाहिए.
सम्मानित पत्रकार-
इस अवसर पर पत्रकारिता में उत्कृष्टता के लिए प्रमुख पत्रकारों और फोटो पत्रकारों को सम्मानित किया गया.
- सुरेन्द्र निहाल सिंह
- मृणाल पांडे,
- रघु राय,
- रंजीत जॉन
- अरविंद कुमार सिंह
- जेवियर सेल्वा कुमार.
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