भारतीय वायु सेना (आईएएफ) ने महिलाओं की संख्या बढ़ाने के लिए महिला एनसीसी कैडेट्स की स्पेशल एंट्री को मंजूरी प्रदान की. इससे महिला उम्मीदवारों के लिए लड़ाकू पायलट बनने के रास्ते खुलेंगे.
गौरतलब है कि पहले इस श्रेणी में केवल एनसीसी के पुरुष कैडेट्स को भी अवसर मिलता था. भारतीय वायु सेना में शामिल होने के लिए एक संयुक्त प्रवेश परीक्षा देनी होती है जिसे महिला एवं पुरुष सभी उम्मीदवारों को देना होता है.
नये नियम
• भारतीय वायु सेना में अब तक केवल एनसीसी के पुरुष उम्मीदवारों को ‘सी' सर्टिफिकेट होल्डर होने पर एयरफोर्स कॉमन एडमिशन टेस्ट (AFCAT) से छूट प्राप्त थी.
• नये नियमों के अनुसार अब महिला उम्मीदवारों को भी ‘सी' सर्टिफिकेट प्राप्त होने पर एयरफोर्स कॉमन एडमिशन टेस्ट नहीं देना होगा और वे सीधे ही प्रवेश प्राप्त कर सकेंगी.
• एयरफोर्स कॉमन एडमिशन टेस्ट एक लिखित परीक्षा है जिसे उत्तीर्ण करने के बाद सर्विसेज सेलेक्शन बोर्ड के टेस्ट के लिए बुलाया जाता है.
• वर्ष 2017 हेतु ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 20 मई से आरंभ होकर 15 जून तक उपलब्ध रहेगा.
पृष्ठभूमि
गौरतलब है कि वायुसेना में शामिल होने वाली महिलाओं को वर्ष 1994 से ट्रांसपोर्ट विमान और हेलिकॉप्टर उड़ाने का अवसर दिया जाने लगा. इसके बाद अक्टूबर 2015 से वायुसेना द्वारा घोषणा की गयी कि महिलाओं को लड़ाकू विमान पायलट के तौर पर भी अवसर दिया जाएगा.
वर्ष 2016 में पहली बार लड़ाकू पायलट के तौर पर 3 फ्लाइंग अफसरों को वायुसेना में शामिल किया गया. उल्लेखनीय है कि इसके बाद के दो बैचों में किसी महिला ट्रेनी पायलट ने लड़ाकू विमान का चयन नहीं किया.
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