नेपाल ने चीन के गिज़ूबा ग्रुप कारपोरेशन (सीजीजीसी) के साथ 04 जून 2017 को 1200 मेगावाट के बुड्ढीगंडकी हाइड्रोइलेक्ट्रिक परियोजना पर हस्ताक्षर किए.
यह नेपाल का सबसे बड़ा हाइड्रोप्रोजेक्ट है जिससे नेपाल की बिजली समस्या को हल करने में काफी सहायता मिलेगी. इस समझौते पर नेपाल के प्रधानमंत्री का पद छोड़ रहे प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड की उपस्थिति में नेपाल में
चीन के राजदूत योह हॉन्ग ने हस्ताक्षर किए.
समझौते के अनुसार, स्टोरेज प्रोजेक्ट इंजीनयरिंग, प्रॉक्यूरमेंट, कंस्ट्रक्शन और फाइनेंस ईपीसीएफ मॉडल के आधार पर बनाया जाएगा. इस समझौते के अनुसार सीजीजीसी विकास योजना के लिए फंड जुटाएगी.
यह फंड नेपाल सरकार द्वारा स्वीकृत नियमों और शर्तों के मुताबिक सॉफ्ट लोन या फिर कमर्शियल लोन के रुप में चीन की फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशनल से जुटाया जाएगा. सीजीजीसी योजना को पूरी तरह विकसित करने के लिए ज़िम्मेदारी उठाएगी.
सरकार ने मौजूदा वित्तीय वर्ष में इस योजना के लिए 5.33 अरब रुपये का बजट निर्धारित किया है. नेपाल में बारहमासी बिजली संकट की समस्या को सुलझाने के लिए बुड्ढीगंडकी परियोजना को एक महत्वपूर्ण परियोजना के रूप में करार दिया गया है. सरकार परियोजना के निर्माण के लिए धन इकट्ठा करने के लिए प्रति लीटर पेट्रोल, डीजल और विमानन ईंधन की बिक्री से 5 रुपये का इंफ्रास्ट्रक्चर टैक्स बढ़ा रही है.
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