'One Vehicle One Fastag': नेशनल हाइवे अथॉरिटी आॉफ इंडिया (NHAI) ने हाल ही में 'वन व्हीकल वन फास्टैग' (One Vehicle One FASTag) लांच किया है. वहीं अथॉरिटी ने लोगों को ब्लैक लिस्ट से बचने के लिए सभी कस्टमर को 31 जनवरी तक अपनी केवाईसी पूरी कर लेने की सलाह दी है.
साथ ही नेशनल हाइवे अथॉरिटी आॉफ इंडिया ने यह भी साफ कर दिया है कि जिन वाहनों की केवाईसी अभी तक पूरी नहीं हुई है उनके फास्टैग 31 जनवरी, 2024 के बाद इनवैलिड कर दिए जायेंगे. 'वन व्हीकल वन फास्टैग' सुविधा के लांच किये जाने के बाद वाहन मालिकों सहित टोल का संचालन करने वाले लोगों के लिए भी चीजे आसान हो जायेंगी.
क्या है 'वन व्हीकल वन फास्टैग'?
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन की क्षमता को बढ़ाने के उद्देश्य से 'वन व्हीकल वन फास्टैग' लांच किया है. इसकी मदद से प्लाजा पर बिना देरी के वाहनों को पास होने में मदद मिलेगी. इसके तहत अब एक व्हीकल के लिए एक ही फास्टैग जारी किया जायेगा.
➡️NHAI Takes ‘One Vehicle One FASTag’ Initiative to Enhance National Highway Experience
— PIB India (@PIB_India) January 15, 2024
➡️#FASTags with incomplete #KYC to get deactivated/blacklisted by banks post 31st January 2024
Read here: https://t.co/ua6gBFlXXj@MORTHIndia @NHAI_Official
इसे क्यों किया गया लांच?
'वन व्हीकल वन फास्टैग' लांच करने का मुख्य उद्देश्य इलेक्ट्रॉनिक टोल की सुविधा को और स्मार्ट बनाना है. साथ ही कई वाहनों के लिए एकल फास्टैग का उपयोग या स्पेशल वाहन के लिए कई फास्टैग इस्तेमाल करने की प्रैक्टिस को खत्म करना है.
बिना केवाईसी वाले फास्टैग होंगे इनएक्टिव:
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण इसके साथ ही यह भी घोषणा की है कि अपूर्ण केवाईसी और बकाया धनराशि वाले फास्टैग को 31 जनवरी 2024 के बाद बैंकों द्वारा इनएक्टिव/ब्लैकलिस्ट कर दिए जायेंगे. साथ ही ग्राहकों को यह सलाह दी गयी है कि असुविधा से बचने के लिए उन्हें यह सुनिश्चित करना होगा कि उनके नए फास्टैग का केवाईसी पूरा हो चुका है.
स्पेशल वाहनों के लिए लिया गया फैसला:
ग्राहकों ने अपने स्पेशल वाहनों के लिए पहले कई फास्टैग जारी किये थे. केवाईसी के बिना फास्टैग जारी किए जाने और भारतीय रिजर्व बैंक के आदेश का उल्लंघन के कारण अथॉरिटी ने यह फैसला लिया है. ग्राहक कभी-कभी फास्टैग को जानबूझकर वाहन की विंडस्क्रीन पर नहीं लगाते थे जिस कारण टोल पर अनावश्यक देरी भी होती थी.
इस पहल के क्या है फायदे:
फास्टैग ने देश के इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन में क्रांति ला दी है जो लगभग 98 प्रतिशत तक और 8 करोड़ से अधिक कस्टमर तक पहुंच गयी है. 'वन व्हीकल वन फास्टैग' सुविधा टोल ऑपरेशन को और आसान बना देगा. साथ ही यह सर्विस कस्टमर के लिए आरामदायक और सुविधाजनक भी है जिससे वाहनों चालकों के समय की बचत भी होगी.
फास्टैग के बारें में:
फास्टैग एक इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन का माध्यम है जो नकद लेनदेन के बिना टोल प्लाजा ऑपरेशन को मैनेज करता है. नेशनल हाइवे अथॉरिटी आॉफ इंडिया ने इसे अप्रैल 2016 में लांच किया था, और अथॉरिटी ने 1 दिसंबर, 2017 से सभी नई कारों और ट्रकों को बेचने से पहले फास्टैग लगाना अनिवार्य कर दिया था.
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