प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 10 अप्रैल 2018 को बिहार के मोतिहारी में स्व्च्छाग्रहियों के राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित किया. चंपारण सत्याग्रह के शताब्दी समारोह के एक हिस्से के रूप में बैठक का आयोजन किया गया था.
उन्होंने देश के चार लाख स्वच्छाग्रहियों को संबोधित किया. कार्यक्रम में देश के विभिन्न राज्यों से आए तकरीबन 20,000 स्वच्छाग्रही उपस्थित थे. मोतिहारी में आयोजित कार्यक्रम के दौरान वे वहां दो घंटे रहे. कार्यक्रम स्थल पर ही प्रधानमंत्री 13 जिलों के जिलाधिकारियों के साथ बैठक में स्वच्छता अभियान की समीक्षा की. उन्होंने कई योजनाओं का शिलान्यास व उद्घाटन भी किया.
प्रधानमंत्री के अभिभाषण एवं कार्यक्रम के मुख्य बिंदु
• प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्व्च्छता का संदेश दिया तथा सत्याग्रह से स्वच्छाग्रह का नारा भी दिया.
• प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सबसे पहले, जब देश गुलामी की ज़ंजीरों में जकड़ा हुआ था, तब बिहार ने गांधी जी को 'महात्मा' बना दिया था, 'बापू' बना दिया था.
• बिहार एकमात्र ऐसा राज्य था, जहां स्वच्छता का दायरा 50 फीसदी से कम था. लेकिन स्वच्छाग्रह अभियान के बाद बिहार ने इस बैरियर को तोड़ दिया. पिछले एक हफ्ते में बिहार में 8,50,000 से ज्यादा शौचालयों का निर्माण किया गया है.
• गंगा तट के किनारे बने गांवों को प्राथमिकता के आधार पर खुले में शौच से मुक्त बनाया जा रहा है.
• गंगा किनारे बसे गांवों में कचरे के प्रबंधन की योजनाएं लागू की जा रही हैं, ताकि गांव का कचरा नदी में न बहाया जाए. जल्द ही गंगा तट पूरी तरह खुले में शौच से मुक्त हो जाएगा.
अन्य परियोजनाओं का शिलान्यास
• प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कटिहार से नई दिल्ली के बीच सप्ताह में दो बार चलने वाली 'हमसफर एक्सप्रेस' ट्रेन को हरी झंडी दिखाई.
• मोतिहारी-मुजफ्फरपुर रेल लाइन के विद्युतीकरण कार्य एवं मुजफ्फरपुर-नरकटियागंज रेलवे ट्रैक के दोहरीकरण कार्य की शुरुआत की, तथा मधेपुरा लोकोमोटिव फैक्ट्री द्वारा भारत और फ्रांस के संयुक्त सहयोग से विकसित 12,000 अश्वशक्ति वाला इलेक्ट्रॉनिक लोकोमोटिव राष्ट्र को समर्पित किया.
• अमृत योजना के तहत तकरीबन 100 करोड़ रुपये की लागत से वॉटर सप्लाई योजना का शिलान्यास किया गया.
• मोतिहारी की मोतीझील के लिए तैयार परियोजना का भी शुभारंभ किया गया.
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