SCO Summit 2022: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 और 16 सितंबर को शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के इस वर्ष के शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए उज्बेकिस्तान के समरकंद जाने वाले है. उनके यात्रा की पूरी तैयारी कर ली गई है. वर्तमान समय में शंघाई सहयोग संगठन की अध्यक्षता उज्बेकिस्तान कर रहा है. जून 2019 के बाद यह पहला मौका है जब यह शिखर सम्मेलन फेस टू फेस या फिजिकल रूप में आयोजित किया जा रहा है, इससे पहले यह 2019 में किर्गिस्तान के बिश्केक में फिजिकल रूप में आयोजित किया गया था.
Indian PM Modi to visit Uzbekistan for SCO summit. Official announcement by MEA: pic.twitter.com/FVhuS8EBoX
— Sidhant Sibal (@sidhant) September 11, 2022
SCO समरकंद शिखर सम्मेलन के बारे में:
- वर्ष 2022 का SCO शिखर सम्मेलन उज्बेकिस्तान के शहर समरकंद में आयोजित किया जायेगा. यह शहर उज्बेकिस्तान की राजधानी ताशकंद से 300 किलोमीटर दूर स्थित है.
- इस शिखर सम्मेलन में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन सहित अन्य सदस्य देशों के राष्ट्राध्यक्ष शामिल हो रहे है.
- इस बैठक में आतंकवाद, रूस-यूक्रेन संघर्ष जैसे वैश्विक मुद्दों सहित सामरिक साझेदारी पर चर्चा की जाएगी. इसके इतर सदस्य देशों की द्विपक्षीय वार्ता भी आयोजित की जाएगी.
- भारत वर्ष 2023 के लिए समूह की अध्यक्षता भी ग्रहण करेगा, जो SCO की अगली बैठक सितंबर 2023 तक बना रहेगा.
भारत के लिए क्यों महत्वपूर्ण है यह बैठक:
- भारत इस शिखर सम्मलेन में सदस्य देशों के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी करेगा, जो वर्तमान वैश्विक परिदृश्य में अति महत्वपूर्ण हो जाती है.
- चीन के साथ वार्ता: भारत हाल के सीमा विवादों के मद्देनजर चीन के साथ अन्य द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा करेगा. यह भारत के प्रधानमंत्री और चीन के राष्ट्रपति के साथ, नवंबर 2019 के बाद पहली बैठक होगी.उनकी द्विपक्षीय बैठक नवंबर 2019 में ब्राजील में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान हुई थी.
- रूस के साथ वार्ता: इसके अतिरिक्त भारत रूस के साथ द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा करेगा, और दोनों देशों के मध्य द्विपक्षीय रिश्तों को एक नया आयाम देने की भी प्रयास करेगा. गौरतलब है कि भारत रूस-यूक्रेन संघर्ष के कारण पश्चिमी देशों के दबाव के बावजूद रूस से सस्ते कीमत पर कच्चे तेल का आयात कर रहा है.
एससीओ के बारे में:
- एससीओ एक अंतर-सरकारी संगठन है. इसकी स्थापना 15 जून 2001 में शंघाई, चीन में हुई थी. इसमें वर्तमान में 9 सदस्य देश है. जो इस प्रकार है, चीन, भारत, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, रूस, पाकिस्तान, ताजिकिस्तान, उज्बेकिस्तान और ईरान. भारत, जून 2017 में SCO का पूर्ण सदस्य बना था.
- संरचना: इसकी संरचना में SCO सचिवालय, क्षेत्रीय आतंकवाद-रोधी संरचना (RATS) शासन प्रमुखों की परिषद आदि शामिल है.
- पर्यवेक्षक: वर्तमान में इसमे तीन पर्यवेक्षक देश अफगानिस्तान, मंगोलिया और बेलारूस है. जो इस संगठन की पूर्ण सदस्यता में रूचि रखते है.
- डायलॉग पार्टनर्स: SCO के और छह डायलॉग पार्टनर्स आर्मेनिया, अजरबैजान, कंबोडिया, नेपाल, श्रीलंका और तुर्की है.
- महासचिव: SCO महासचिव को तीन वर्ष के कार्यकाल के लिए चुना जाता है. SCO के वर्तमान महासचिव चीन के झांग मिंग हैं, जिन्होंने 1 जनवरी 2022 को अपना पद ग्रहण किया था.
- आधिकारिक भाषा: SCO की आधिकारिक भाषाएँ रूसी और चीनी हैं.
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