प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 08 अगस्त 2020 को राजघाट के नजदीक स्थित ‘राष्ट्रीय स्वच्छता केंद्र’ का उद्घाटन किया. महात्मा गांधी को समर्पित किए गए इस केंद्र में लोगों को स्वच्छ भारत मिशन की सफलता और स्वच्छता के फायदों के बारे में बताया जाएगा. प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रीय स्वच्छता केंद्र के उद्घाटन के मौके पर बच्चों से संवाद किया.
महात्मा गांधी को समर्पित राष्ट्रीय स्वच्छता केंद्र (आरएसके) की प्रधानमंत्री ने सबसे पहले घोषणा 10 अप्रैल 2017 को महात्मा गांधी के चम्पारण ‘सत्याग्रह’ के 100 वर्ष पूरे होने के मौके पर की थी. यह स्वच्छ भारत मिशन पर एक परस्पर संवादात्मक (इंटरैक्टिव) अनुभव केंद्र होगा.
प्रधानमंत्री ने क्या कहा?
प्रधानमंत्री ने कहा कि महात्मा गांधी जी का अभियान था- अंग्रेजों भारत छोड़ो. अब हम लोग अभियान चला रहे हैं- गंदगी भारत छोड़ो. देश को कमजोर बनाने वाली बुराइयां भारत छोड़ें, इससे अच्छा और क्या होगा. इसी सोच के साथ पिछले छह वर्षों से देश में एक व्यापक 'भारत छोड़ो अभियान' चल रहा है.
महात्मा गांधी ने आज के ही दिन आजादी की लड़ाई का आंदोलन शुरू करते हुए अंग्रेजों भारत छोड़ो का नारा दिया था. इसी तर्ज पर प्रधानमंत्री मोदी ने भी 'गंदगी भारत छोड़ो' का नया नारा दिया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गंदगीमुक्त भारत अभियान की शुरुआत की.
अभियान कब तक चलेगा
यह अभियान 08 अगस्त से शुरू हुआ तथा यह अभियान 15 अगस्त तक चलेगा. प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत छोड़ो के ये सभी संकल्प स्वराज से सुराज की भावना के अनुरूप हैं.
कचरा प्रबंधन पर ज्यादा जोर
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमें कचरे से खाद बनाने, सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्ति पाने की दिशा में बढ़ना होगा. प्रधानमंत्री ने सभी कलेक्टरों से कहा कि वे 15 अगस्त तक अपने-अपने जिलों में यह अभियान सघनता से चलाएं. हर जिले के कलेक्टर गांवों में सामुदायिक शौचालय बनाएं और मरम्मत कराएं. इस दौरान 'दो गज की दूरी-मास्क जरूरी' के मंत्र पर भी अमल करना जरूरी है.
नदियों को गंदगी से मुक्त करना
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जैसे गंगा जी की निर्मलता को लेकर हमें उत्साहजनक परिणाम मिल रहे हैं, वैसे ही देश की दूसरी नदियों को भी हमें गंदगी से मुक्त करना है
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