प्रसार भारती ने हाल ही में ऑल इंडिया रेडियो के राष्ट्रीय चैनल और पांच शहरों में क्षेत्रीय प्रशिक्षण अकादमी को तत्काल प्रभाव से बंद करने का निर्णय लिया है. प्रसार भारती के उप-निदेशक द्वारा जारी आदेश में बताया गया है कि ऐसा खर्चों में कटौती के लिए किया गया है, साथ ही सेवाओं को और ज्यादा तर्कसंगत बनाने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है.
आदेश में क्या कहा गया? |
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ऑल इंडिया रेडियो का राष्ट्रीय चैनल
• शाम 6 से सुबह 6 बजे तक प्रसारित होने वाला राष्ट्रीय चैनल 1987 में शुरू हुआ था.
• राष्ट्रीय मुद्दों से लोगों को परिचित कराने में इस चैनल ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
• रात में संचालित होने वाले इस चैनल में हिंदी, उर्दू और अंग्रेजी भाषा में कई तरह के प्रोग्राम प्रसारित किए जाते थे.
• इसका उद्देश्य फैक्ट्री मजदूरों, किसानों, सैनिकों, ड्राइवरों और स्टूडेंट्स जैसे विविध रुचि वाले श्रोताओं के लिए कार्यक्रम प्रसारित करना था.
• इसमें मुशायरे के अलावा शास्त्रीय संगीत का कार्यक्रम भी सर्वाधिक लोकप्रिय रहा.
• इस चैनल के कार्यक्रमों की पहुंच 76% आबादी और 64% क्षेत्र तक थी.
आकाशवाणी (ऑल इंडिया रेडियो) के बारे में जानकारी
आकाशवाणी (ऑल इंडिया रेडियो) भारत के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अधीन संचालित सार्वजनिक क्षेत्र की रेडियो प्रसारण सेवा है. भारत में रेडियो प्रसारण की शुरुआत मुंबई और कोलकाता में सन 1927 में दो निजी ट्रांसमीटरों से हुई. 1930 के दशक में इसका राष्ट्रीयकरण हुआ और तब इसका नाम भारतीय प्रसारण सेवा अथवा इंडियन ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन रखा गया. 1936 में इसका नाम बदलकर ऑल इंडिया रेडियो (AIR) रख दिया गया, जिसे संचार विभाग देखा करता था. आगे चलकर वर्ष 1957 में इसका नाम बदल कर आकाशवाणी रखा गया था. वर्ष 1990 के मध्य तक देश में प्रसारण के 31 AM और FM स्टेशन बन चुके थे. 1994 में देश को जोड़ने के लिए 85 FM और 73 वेव स्टेशन बनाये गए. आकाशवाणी की बहुत भषाओं में विभिन्न सेवाएं हैं जो प्रत्येक देश भर के विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत हैं.
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