राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने नई दिल्ली में 11 अप्रैल, 2017 को आयोजित 8वें सार्वजनिक क्षेत्र दिवस समारोह के दौरान लोक उद्यम स्थायी सम्मेलन (स्कोप) पुरस्कार प्रदान किए. इस अवसर पर राष्ट्रपति ने आशा व्यक्त की सीपीएसई भविष्य में अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखेंगे और नई चुनौतियों का सामना करेंगे.
देश में 2 करोड़ रुपये के निवेश के साथ केवल पांच सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (पीएसई) की शुरुआत की गयी. बाद में उनमें शानदार वृद्धि दर्ज की गयी. वर्ष 2015-16 के दौरान उनके समग्र शुद्ध लाभ में 12.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई.
इस अवसर पर संस्थागत श्रेणी में ग्रामीण विद्युतीकरण निगम, नाल्को, मिनरल एक्सप्लोरेशन कारपोरेशन लिमिटेड, ओएनजीसी विदेश लिमिटेड, ईसीआईएल और जीएसएल को तथा अलग-अलग क्षेत्रों में अच्छे कार्यों हेतु एचपीसीएल, पीएफसी, एचएएल, वापकोस, नाल्को, आरईआईएल, सेल, आरइईसी, गेल और एनटीपीसी को स्कोप अवॉर्ड प्रदान किया गया.
प्रमुख तथ्य-
- यह दिन केन्द्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों (सीपीएसई) द्वारा किए गए अमूल्य योगदान की स्वीकृति है.
- स्वतंत्रता के बाद से पीएसई को देश में औद्योगिकीकरण के वाहन के रूप में चुना गया.
- देश की अर्थव्यवस्था में सार्वजनिक क्षेत्र की प्रासंगिकता का काफी महत्व रखती है.
- पीएसई वैश्विक वित्तीय और आर्थिक परिदृश्य तथा औद्योगिक जलवायु अनुकूल नहीं होने के बावजूद भी अच्छा प्रदर्शन करते रहे हैं.
- क्रय क्षमता के लिहाज से तो भारतीय अर्थव्यवस्था पहले ही तीसरे स्थान पर है.
- इस अवसर पर आशा व्यक्त की गयी कि भारतीय अर्थव्यवस्था कुल मूल्य के लिहाज से शीर्ष तीसरे, चौथे या 5वें नंबर पर होगी.
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