New START treaty क्या है जिससे रूस ने खुद को किया अलग, जानें कैसे बढ़ सकती है अमेरिका की मुश्किलें
रूस यूक्रेन युद्ध के बीच रूस के राष्ट्रपति ने एक अहम फैसला लेते हुए न्यू स्टार्ट संधि (New START Treaty से रूस को अलग कर लिया है. पुतिन के इस फैसले को रूस यूक्रेन युद्ध के बीच काफी महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है.

रूस यूक्रेन युद्ध के बीच रूस के राष्ट्रपति ने एक अहम फैसला लेते हुए न्यू स्टार्ट संधि (New START Treaty से रूस को अलग कर लिया है. पुतिन के इस फैसले को रूस यूक्रेन युद्ध के बीच काफी महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है.
यह संधि अमेरिका और रूस के बीच हुई थी जो सामरिक शस्त्र न्यूनीकरण संधि थी जिसे वर्ष 2011 में लागू किया गया था. पुतिन ने इस सम्बन्ध में हाल ही में कहा कि यूक्रेन के साथ जारी रुसी संघर्ष, पश्चिमी देशों की उपज है.
Putin says he’s suspending Russia’s participation in New START, the last major nuclear arms control treaty.
— Alec Luhn (@ASLuhn) February 21, 2023
Set the Doomsday Clock even closer to midnight … pic.twitter.com/LT9OLuYdom
क्या है न्यू स्टार्ट संधि?
नई सामरिक शस्त्र न्यूनीकरण संधि जिसे (Strategic Arms Reduction Treaty- START) के रूप में परिभाषित किया गया है. यह संधि अमेरिका और रूस के बीच लागू की गयी थी जो हथियारों की संख्या में कमी लाने और उन्हें सीमित करने संबंधी है. यह संधि 5 फरवरी, 2011 को लागू की गयी थी.
यह संधि, शीत युद्ध के अंत में वर्ष 1991 में हुई स्टार्ट संधि की अनुवर्ती है. इस संधि पर 2010 में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और उनके रूसी समकक्ष दिमित्री मेदवेदेव द्वारा हस्ताक्षर किया गया था. इसे सबसे पहले 10 वर्षों के लिए लागू किया गया था. 2021 में इसकी वैधता बढ़ाकर 2026 तक कर दी गयी थी.
इस संधि की समय सीमा वर्ष 2026 तक के लिए बढ़ाई गई थी, लेकिन रूस करीब चार साल पहले ही इस संधि से बाहर निकलने की घोषणा कर दी है.
न्यू स्टार्ट संधि का उद्देश्य:
न्यू स्टार्ट संधि का मुख्य उद्देश्य विश्व की दो प्रमुख परमाणु शक्तियों के बीच खतरनाक हथियारों की होड़ को समाप्त करना है. साथ ही परमाणु हथियारों की संख्या को कम करना भी इस संधि का उद्देश्य था. जिससे वैश्विक स्तर पर एक सकारात्मक सन्देश जा सके. लेकिन रूस अब इस संधि से खुद को अलग कर लिया है.
रूस इस संधि से क्यों हुआ बाहर?
हाल के एक बयान में रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि यूक्रेन के साथ चल रहा युद्ध पश्चिमी देशों की उपज है साथ ही उन्होंने परमाणु युद्ध की भी चेतावनी दे डाली है. उन्होंने आगे कहा कि रूस फिर से परमाणु परीक्षण भी शुरू कर सकता है.
साथ ही पुतिन ने कहा कि यूएसए वैश्विक स्तर पर युद्ध भड़काने में लगा हुआ है ऐसे में रूस न्यू स्टार्ट ट्रिटी में अपनी भागीदारी को सस्पेंड कर रहा है.
अमेरिका के लिए चिंता का विषय:
रूस के इस फैसले ने अमेरिका की चिंता बढ़ा दी है, यूक्रेन के साथ जारी युद्ध के बीच रूस का यह फैसला सबको चौका दिया है. रूस अब फिर से अपने हथियारों के बेड़े में महत्वपूर्ण वृद्धि करने के लिए स्वंतंत्र हो गया है.
आगे आने वाले समय में युद्ध की गंभीरता को देखते हुए परमाणु हथियारों की भी होड़ शुरू हो सकती है जो दुनियाभर के लिए एक चिंता का विषय है. रूस और अमेरिका दुनिया के 90 प्रतिशत हथियारों का नियंत्रण रखते है ऐसे में इस संधि से रूस के निकल जाने के बाद, रूस नए परीक्षण करने के लिए स्वतंत्र हो गया है. जिसने नाटो सहित अमेरिका की भी मुश्किलें बढ़ा दी है.
इसे भी पढ़े:
Seattle: जातिगत भेदभाव पर रोक लगाने वाला पहला अमेरिकी शहर बना सिएटल, प्रस्ताव हुआ पास
Take Weekly Tests on app for exam prep and compete with others. Download Current Affairs and GK app
एग्जाम की तैयारी के लिए ऐप पर वीकली टेस्ट लें और दूसरों के साथ प्रतिस्पर्धा करें। डाउनलोड करें करेंट अफेयर्स ऐप
AndroidIOS