Rehman Rahi Died: कश्मीर के पहले ज्ञानपीठ पुरस्कार विजेता रहमान राही का निधन, जानें उनके बारें में
प्रसिद्ध कवि और कश्मीर के पहले ज्ञानपीठ पुरस्कार विजेता प्रोफेसर रहमान राही का निधन हो गया. प्रोफेसर रहमान राही को वर्ष 2000 में देश देश के चौथे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म श्री से सम्मानित किया गया था. वह 98 वर्ष के थे.

Rehman Rahi passes away: प्रसिद्ध कवि और कश्मीर के पहले ज्ञानपीठ पुरस्कार विजेता प्रोफेसर रहमान राही का निधन हो गया. वह 98 वर्ष के थे. उन्होंने कई कविता संग्रह के रचनाकार थे. उनका निधन शहर के नौशेरा इलाके में उनके आवास पर हुआ.
उन्होंने कुछ प्रसिद्ध कवियों की रचनाओं का कश्मीरी भाषा में अनुवाद किया था. उन्हें वर्ष 2007 में देश के सर्वोच्च साहित्यिक पुरस्कार ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.
जम्मू और कश्मीर के लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि यह एक युग का अंत है. उनके अतिरिक्त राही के निधन पर कश्मीर में व्यापक शोक व्यक्त किया गया. साहित्य अकादमी ने भी आधे दिन तक सभी कार्यालय बंद कर शोक जताया है.
Deeply saddened to learn of the passing away of Jnanpith awardee Prof Rehman Rahi, one of the most influential poets in Kashmiri in recent times. His passing marks the end of an era. My sincere condolences to his family, friends and well-wishers.
— Office of LG J&K (@OfficeOfLGJandK) January 9, 2023
प्रोफेसर रहमान राही के बारें में:
प्रसिद्ध कवि और अनुवादक और समालोचक अब्दुर रहमान राही का जन्म 6 मई 1925 को श्रीनगर में हुआ था.
वर्ष 1961 में उनके काव्य संग्रह नवरोज-ए-सबा (Nawroz-i-Saba) के लिए उन्हें भारतीय साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.
उन्हें उनके संग्रह 'सियाह रूद जेरेन मंज़' (इन ब्लैक ड्रिज़ल) के लिए 2007 में देश का सर्वोच्च साहित्यिक पुरस्कार ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.
प्रोफेसर रहमान राही को वर्ष 2000 में देश के चौथे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म श्री से सम्मानित किया गया था.
रहमान राही को 2000 में साहित्य अकादमी, नई दिल्ली द्वारा साहित्य अकादमी फैलोशिप से सम्मानित किया गया था.
रहमान राही बाबा फरीद (Baba Farid) की रचनाओं का कश्मीरी में अनुवाद किया था. साथ ही वह अपने लेखन के शुरूआती समय में उनके कार्य दीनानाथ नादिम (DinaNath Naadim) से प्रभावित थे.
रहमान राही, 1948 में कुछ महीनों के लिए सरकार के लोक निर्माण विभाग में एक क्लर्क के रूप में भी कार्य किया था. बाद में वह प्रगतिशील लेखक संघ (Progressive Writers' Association) से जुड़े. राही का निधन 09 जनवरी 2023 को हुआ.
प्रोफेसर रहमान राही की प्रमुख रचनाएँ:
प्रोफेसर रहमान राही की प्रमुख रचनाओं में सना-वानी साज़ ( Sana-Wani Saaz), कलम-ए-राही (Kalam-e-Rahi), सुखोक सोडा (Sukhok Soda), नवरोज-ए-सबा (Nawroz-i-Saba), कहवत (Kahwat) और काशीर शर सोमब्रन (Kashir Shara Sombran) आदि प्रमुख है.
Saddened to hear about the sad demise of towering literary personality and Gyaanpeeth Awardee Jinab Rehman Rahi sb. In his death Kashmiri Literature and society has been left with a void that can never be filled. My condolences to the family .
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) January 9, 2023
इसे भी पढ़े:
Digital Banking: केरल देश का पहला फुल डिजिटल बैंकिंग वाला राज्य बना, यहाँ देखें डिटेल्स
Take Weekly Tests on app for exam prep and compete with others. Download Current Affairs and GK app
एग्जाम की तैयारी के लिए ऐप पर वीकली टेस्ट लें और दूसरों के साथ प्रतिस्पर्धा करें। डाउनलोड करें करेंट अफेयर्स ऐप
AndroidIOS