केंद्रीय खेल एवं युवा कल्याण मंत्रालय ने 06 अगस्त 2017 को दिल्ली के ग्रामीण क्षेत्रों के ग्रामीण युवाओं हेतु पहली ग्रामीण मैराथन का आयोजन किया. यह मैराथन दिल्ली के निजामपुर गांव से लगभग 11,000 प्रतिभागियों के साथ शुरू हुई.
अर्जुन अवॉर्ड प्राप्त बैडमिंटन कोच पुलेला गोपीचंद ने उत्तर पश्चिम जिले के निजामपुर गांव में मैराथन को हरी झंडी दिखाकर इसका शुभारंभ किया. मैराथन दौड़ में पुरुष और महिलाओं की दो श्रेणियों रखी गई.
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गोपीचंद के अनुसार मंत्रालय की यह एक अनोखी पहल है जिससे ग्रामीण क्षेत्रों के प्रतिभाशाली खिलाडिय़ों को भी अपना कौशल पहचानने का बढ़िया मौका मिलेगा.
केन्द्रीय खेल मंत्री विजय गोयल के अनुसार देश में अधिकतर खिलाड़ी आदिवासी या ग्रामीण क्षेत्र से ही आते हैं. मंत्रालय का उद्देश्य ऐसी प्रतिभाओं के प्रोत्साहन हेतु अच्छी से अच्छी सुविधाएं प्रदान करना है. देश के अधिकतर खिलाड़ियों का हिस्सा गांव-देहात से ही आता है इसलिए हमारे लिए ये बेहद अहम है कि हम इन युवाओं को अलग-अलग खेलों में प्रशिक्षित करें.
ग्रामीण मैराथन में पहले, दूसरे और तीसरे स्थान पर आने वाले धावकों को हर श्रेणी (बालक एवं बालिकाएं) में क्रमश: 21000 , 11000 और 5000 रुपए की इनामी राशि प्रदान की गई. साथ ही 10 प्रतिभागियों को सांत्वना पुरस्कार भी प्रदान किए गए.
केंद्र सरकार ने घोषणा की कि मंत्रालय आने वाले हफ्तों में इस तरह की कई और ग्रामीण मैराथन आयोजित करेगा. ऐसे कार्यक्रमों से गांव-देहात में छिपी प्रतिभाओं को सामने लाने में मदद मिलेगी और इसके साथ ही उन्हें भविष्य के लिए प्रशिक्षित भी किया जा सकेगा.
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