रूसी सेना ने अपने नए हाइपरसोनिक एंटी-शिप क्रूज़ मिसाइल साइरकोन का सफल परीक्षण किया

Oct 12, 2020, 18:23 IST

रूसी सेना के जनरल स्टाफ के प्रमुख, वलेरी गेरासिमोव ने यह बताया कि, टीसिरकोन मिसाइल ने अपने लक्ष्य को बारेंट्स सागर में 450 किलोमीटर दूरी पर सफलतापूर्वक मारा.

Russian military successfully tests a new hypersonic anti-ship cruise missile Tsirkon in Hindi
Russian military successfully tests a new hypersonic anti-ship cruise missile Tsirkon in Hindi

रूस ने 7 अक्टूबर, 2020 को घोषणा की कि उसने एक नई हाइपरसोनिक एंटी-शिप क्रूज़ मिसाइल का सफल परीक्षण किया है जिसका नाम टीसिरकोन है. इस परीक्षण को राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने राष्ट्र के लिए एक महान वाकया माना है.

रूसी सेना ने आगे भी बताया है कि, 6 अक्टूबर, 2020 की सुबह रूसी आर्कटिक में व्हाइट सी में एडमिरल गोर्शकोव फ्रिगेट से टीसिकरोन को छोड़ा गया था. इस मिसाइल ने सफलतापूर्वक अपने लक्ष्य को मारा था.

कथित तौर पर, रूसी सेना के जनरल स्टाफ के प्रमुख, वेलेरी गेरासिमोव ने राष्ट्रपति पुतिन को यह सूचित किया कि, ऐसा पहली बार हुआ है जब मिसाइल ने सफलतापूर्वक समुद्र पर अपने लक्ष्य को भेदा था.

टीसिरकोन का टेस्ट फायर

वलेरी गेरासिमोव ने यह बताया कि टीसिरकोन मिसाइल ने अपने लक्ष्य को बैरेंट्स सी में 450 किलोमीटर की दूरी पर मारा था. इस मिसाइल ने मच 8 की गति पर प्रहार किया जोकि ध्वनि की गति से आठ गुना अधिक है. रक्षा मंत्रालय ने कहा कि, पनडुब्बियों और युद्धपोतों को टीसिरकोन से लैस करने की योजना थी.

इस सफलता पर टिप्पणी करते हुए, राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने टीसिरकोन के परीक्षण की फायरिंग को न केवल रूस के सशस्त्र बलों के जीवन में बल्कि पूरे देश के लिए एक महान वाकया करार दिया है.

इससे पहले, रूसी राष्ट्रपति ने फरवरी, 2019 में राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में अपने राज्य में इस  नए हथियार के विकास के बारे में जानकारी दी थी और यह सूचित किया था कि, यह समुद्र के साथ-साथ जमीन पर भी 1000 किमी की सीमा के भीतर और मच 9 गति के साथ अपने लक्ष्य को भेदने में सक्षम होगा.

पश्चिम के साथ बढ़ती प्रतिद्वंद्विता के बीच रूस में नए हथियारों का विकास

पिछले वर्षों में, रूस ने भविष्य के लिए उपयोगी नए हथियारों के विकास को बढ़ावा दिया है और देश को उम्मीद है कि यह अमेरिका के साथ, खासकर पश्चिम के साथ बढ़ते तनाव के समय, किसी भी हथियारों की दौड़ में बढ़त दिलायेगा.

रूस ने हमेशा कई अजेय हथियारों को विकसित करने के बारे में दावा किया है जो मौजूदा प्रणालियों से आगे निकलते हैं. इसमें बरेवेस्टनिक क्रूज मिसाइलें और सर्मत इंटरकॉन्टिनेंटल मिसाइलें शामिल हैं.

पहली अवांगार्ड हाइपरसोनिक मिसाइलों को दिसंबर, 2019 में राष्ट्र की सेवा में लगाया गया था.

पश्चिमी विशेषज्ञों द्वारा आलोचना

रूस में उन्नत हथियारों के विकास को हालांकि पश्चिमी विचारकों की निरंतर आलोचना का सामना करना पड़ता है. वे आगे बताते हैं कि, विकासशील हथियारों का कार्यक्रम पूरी तरह से जोखिम के बिना नहीं चलता है. यह बताया गया है कि, अगस्त, 2019 में एक मिसाइल परीक्षण स्थल पर विस्फोट में 7 लोग मारे गए थे. पश्चिम के विशेषज्ञ इस विस्फोट को बरेवेस्टनिक के काम से जोड़ते हैं.

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