अनुसंधानकर्ताओं ने फरवरी 2017 के तीसरे सप्ताह में यह दावा किया कि उन्होंने प्रशांत महासागर के अंदर गहराई में विश्व के आठवें महाद्वीप को खोज लिया है. जिओलॉजिकल सोसाइटी ऑफ अमेरिका जर्नल में 18 फरवरी 2017 को प्रकाशित एक अध्ययन रिपोर्ट के अनुसार प्रशांत महासागर के अंदर मिले इस महाद्वीप का आकार भारतीय उप-महाद्वीप जितना है.
मुख्य बिंदु
• अनुसंधानकर्ताओं ने इसे विश्व का आठवां महाद्वीप घोषित किया जिसे जीलएंडिया नाम दिया गया.
• अनुसंधानकर्ताओं के अनुसार दक्षिण पश्चिमी प्रशांत महासागर का 49 लाख किलोमीटर का क्षेत्र महाद्वीपीय परत से बना है.
• वर्तमान में इस महाद्वीप का 94 प्रतिशत हिस्सा जलमग्न है.
• न्यूजीलैंड के विक्टोरिया यूनिवर्सिटी ऑफ वेलिंगटन और ऑस्ट्रेलिया के यूनिवर्सिटी ऑफ सिडनी के अनुसंधानकर्ताओं ने जीलएंडिया की पहचान भूगर्भीय महाद्वीप के रूप में की.
कैसे हुआ पृथक
जीलएंडिया के बारे में अनुसंधानकर्ताओं का मानना है कि यह ऑस्ट्रेलिया से लगभग 80 मिलियन वर्ष पूर्व टूटकर अलग हो गया था. इसके पश्चात् यह समुद्र के धरातल में समा गया. यह उस समय के सबसे विशालकाय महाद्वीप गोंडवानालैंड का हिस्सा हुआ करता था.
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