SCO summit 2022: शंघाई सहयोग संगठन (SCO) का 22वां क्षेत्रीय शिखर सम्मेलन आज उज्बेकिस्तान के समरकंद में आयोजित हुआ. भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस शिखर सम्मेलन में भाग लिया है. उनके साथ रूस सहित अन्य SCO सदस्यों के शीर्ष नेताओं ने शिरकत की है. इस शिखर सम्मेलन से अलग पीएम मोदी ने SCO सदस्य देशों के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी की है. इसी कड़ी में वह रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से विभिन्न द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की है.
With SCO leaders at the Summit in Samarkand. pic.twitter.com/nBQxx8IVEe
— Narendra Modi (@narendramodi) September 16, 2022
किन वैश्विक मुद्दों पर हुई चर्चा:
- वैश्विक अर्थव्यवस्था: SCO सदस्यों ने वर्तमान वैश्विक आर्थिक परिदृश्य को देखते हुए, साथ मिलकर काम करने पर सहमत हुए है. खासकर रूस पर लगे पश्चिमी आर्थिक प्रतिबंधो को भी लेकर चर्चा की गयी है. साथ ही भारत रूस के साथ मिलकर नए आर्थिक अवसर की तलाश में भी है.
- क्षेत्रीय सहयोग: सदस्य देशों ने आपस में क्षेत्रीय सहयोग को बढ़ाने पर भी चर्चा की है. जिसमे स्वास्थ्य, रक्षा, आतंकवाद परिवहन और टेक्नोलॉजी सहित विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग पर सहमती बनी है.
- यूक्रेन-रूस संघर्ष: वैश्विक मुद्दों में यूक्रेन-रूस संघर्ष प्रमुख था, जिस पर समूह के नेताओं के मध्य गंभीरतापूर्वक चर्चा की गयी है. साथ ही इसके शांतिपूर्ण समाधान पर जोर दिया गया है.
कोविड: सदस्य देशों ने साथ मिलकर कोरोना महामारी का सामना करने का संकल्प लिया है. साथ ही इसके लिए जरुरी कदम उठाने में सहयोग करने का निर्णय लिया है. - जलवायु परिवर्तन:जलवायु परिवर्तन पर एक संयुक्त बयान के तहत सदस्य देश "अच्छे पड़ोस, दोस्ती और सहयोग" पर सहमत हुए है.
बैठक में पीएम मोदी के भाषण की खास बातें:
- बाजरा खाद्य महोत्सव: प्रधानमंत्री ने SCO के तहत 'बाजरा खाद्य महोत्सव' (Millet Food Festival) आयोजित करने पर विचार करने का प्रस्ताव रखा है.
- मैन्युफैक्चरिंग हब: अपने भाषण के दौरान प्रधानमंत्री ने पूर्ण पारगमन अधिकारों के लिए 'भारत को मैन्युफैक्चरिंग हब में की बात कही है.
- जन-केंद्रित विकास मॉडल: पीएम मोदी ने जन-केंद्रित विकास मॉडल में प्रौद्योगिकी के समुचित उपयोग पर और ध्यान देने की बात कही है.
- स्टार्टअप और इनोवेशन: पीएम मोदी ने कहा कि भारत "स्टार्टअप और इनोवेशन पर एक नया विशेष कार्य समूह स्थापित करके SCO के सदस्य देशों के साथ अपना अनुभव साझा करना चाहता है. जिससे इस स्टार्टअप और इनोवेशन के क्षेत्र में और प्रगति की जा सके.
- वैश्विक आर्थिक सुधार: प्रधान मंत्री मोदी ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि, महामारी के बाद दुनिया आर्थिक सुधार की चुनौती का सामना कर रही है, इसलिए आर्थिक सुधार में SCO की भूमिका महत्वपूर्ण है.
- वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला: कोविड -19 और यूक्रेन की स्थिति के कारण वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में बाधा उत्पन्न हुई, जिसके परिणामस्वरूप खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा संकट पैदा हो गये है, जिसका हमें मिलकर समाधान करना है.
- पर्यटन: प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत आज दुनिया में मेडिकल और वेलनेस टूरिज्म के लिए सबसे किफायती गंतव्यों में से एक है.
'समरकंद घोषणा' (Samarkand declaration)
- शंघाई सहयोग संगठन के सदस्य देशों ने शिखर सम्मेलन के मुख्य दस्तावेज - समरकंद घोषणा को अपनाया है. विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग के दस्तावेजों के एक समूह को मंजूरी दी गई.
- समरकंद घोषणापत्र में क्षेत्रीय स्थिरता, सतत आर्थिक विकास, परिवहन और संचार संबंधों को मजबूत करने, सांस्कृतिक संवाद को गहरा करने पर सहमती बनी है.
- संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों को छोड़कर, आर्थिक प्रतिबंधों का एकतरफा उपयोग अंतरराष्ट्रीय कानून सिद्धांतों के साथ असंगत बताया गया है.
- सदस्य देशों ने वर्तमान आर्थिक वास्तविकताओं के अनुकूलन पर जोर देते हुए विश्व व्यापार संगठन (WTO) के जल्द से जल्द समावेशी सुधार के महत्व पर जोर दिया.
- SCO देशों ने दुनिया भर में आतंकवादी कृत्यों की निंदा की और आतंकवाद का समर्थन करने वाली स्थितियों को खत्म करने का संकल्प लिया.
- SCO सदस्यों ने दुनिया में निरंतर परमाणु निरस्त्रीकरण के संकल्प को दोहराया है.
- एससीओ के विस्तार और अंतरराष्ट्रीय सहयोग को मजबूत करने से क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी.
भारत को मिली SCO 2023 की मेजबानी:
भारत अगले वर्ष 2023 में SCO शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा. यह SCO का 23वां शिखर सम्मेलन होगा. भारत ने SCO की अगली अध्यक्षता उज्बेकिस्तान से ग्रहण की है. इस अवसर पर चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने भारत को इसके लिए शुभकामनाएं दीं और पूर्ण सहयोग की बात कही है.
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