सन फार्मा एडवांस्ट रिसर्च कम्पनी (स्पार्क) और सन फार्मा ने 18 जुलाई 2016 को अमरीकी बाजार में मिर्गी की दवा एलेप्सिया टैबलेट के कारोबार के लाइसैंस झेतु समझौता किया है. मिर्गी की दवा एलेप्सिया एक्सआर को सन फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्रीज के गुजरात स्थित हलोल प्लांट में बनाया जाएगा.
समझौते के मुख्य तथ्य-
- सन फार्मा स्पार्क की मूल कम्पनी है और उसे मूल कम्पनी से इसके लिए अग्रिम एक करोड़ डॉलर मिलेंगे.
 - स्पार्क के अनुसार सन फार्मा अमरीका में अपनी एक पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी के जरिए दवा एलेप्सिया एक्सआरटीएम का लाइसैंस ले रही है.
 - स्पार्क को इसके बदले सन फार्मा से एक करोड़ डॉलर मिलेंगे.’ एलिप्सिया एक्आरटीएम को मार्च 2015 में यू.एस.एफ.डी.ए. से मंजूरी मिली थी.
 
सन फार्मा के बारे में-
- सन फार्मास्यूटिकल्स बहुराष्ट्रीय औषधि-निर्माता देश की सबसे बड़ी दवा कंपनी है.
 - इसका मुख्यालय मुम्बई में है.
 - इसकी स्थापना 1983 में मुम्बई में की गयी.
 - यह एनएसई और बीएस ई में भी पंजीकृत है.
 
पृष्ठभूमि-
- पूर्व में माह सितम्बर में अमेरिकी दवा नियामक यू.एस.एफ.डी.ए. से मंजूरी न मिलने के कारण यह समझौता रद कर दिया था.
 - इसके लिए फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) ने कंपनी के प्रोडक्शन साइट पर मैन्यूफैक्चरिंग गुणवत्ता की समस्या का हवाला दिया था.
 - सन फार्मा अडवांस्ड रिसर्च कंपनी (स्पार्क) की एलेप्सिया एक्सआर को मार्च 2015 में एफडीए की अंतिम मंजूरी मिली थी.
 - स्पार्क को अमेरिकी नियामक से कंप्लीट रेस्पांस लेटर (सीआरएल) मिलाने के बाद समझौता हो सका.
 

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