प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 अगस्त 2020 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए स्वच्छता सर्वेक्षण के पांचवें संस्करण 'स्वच्छ सर्वेक्षण 2020' के परिणामों की घोषणा की. केंद्र की तरफ से स्वच्छ सर्वेक्षण के तहत लगातार चौथी बार मध्य प्रदेश के शहर इंदौर को देश का सबसे स्वच्छ शहर घोषित किया गया है.
इंदौर लगातार साल 2017 से ही इस सर्वेक्षण में शीर्ष पर बना हुआ है. देश के स्वच्छ शहरों में सूरत दूसरे स्थान पर और नवी मुंबई तीसरे स्थान पर रहा है. केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय के अनुसार वाराणसी गंगा नदी के किनारे पर बसा सबसे साफ शहर है.
जालंधर देश के सबसे स्वच्छ कैंटोंमेंट का खिताब जीता
पंजाब के जालंधर शहर को देश के सबसे स्वच्छ कैंटोंमेंट का खिताब मिला है. साल 2016 में जब इस सर्वेक्षण की शुरुआत की गई थी तब इसका खिताब मैसूर ने हासिल किया था.
देश के सबसे साफ शहर का खिताब
इंदौर को लगातार चौथी बार देश के सबसे साफ शहर का खिताब मिला. इससे पहले इंदौर साल 2017, साल 2018, साल 2019 और साल 2020 में शीर्ष स्थान पर रहा. केन्द्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा आयोजित 'स्वच्छ महोत्सव' नाम के इस कार्यक्रम में कुल 129 शहरों को पुरस्कार प्रदान किए गए.
केंद्रीय शहरी विकास मंत्री ने क्या कहा?
केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि इंदौर लगातार चौथे साल भारत का सबसे स्वच्छ शहर है. इंदौर और उसके लोगों ने स्वच्छता के प्रति अनुकरणीय समर्पण दिखाया है. उन्होंने कहा कि इस शानदार प्रदर्शन के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, शहर के लोगों, राजनीतिक नेतृत्व और नगर निगम को बधाई.
Heartiest congratulations!
— Hardeep Singh Puri (@HardeepSPuri) August 20, 2020
Indore is India’s cleanest city 4th year in a row. The city & its people have shown exemplary dedication towards cleanliness. Congratulations to MP CM @ChouhanShivraj people, political leadership & Municipal Corporation for this superlative performance. pic.twitter.com/cg3DH6PnHM
टॉप-10 शहरों का नाम
इंदौर लगातार साल 2017 से ही इस सर्वेक्षण में शीर्ष पर बना हुआ है. देश के स्वच्छ शहरों में सूरत दूसरे स्थान पर और नवी मुंबई तीसरे स्थान पर रहा है. इनमें लखनऊ 12वें, आगरा 16वें, गाजियाबाद 19वें, प्रयागराज 20वें, कानपुर 25वें और वाराणसी 27वें स्थान पर है. स्वच्छता सर्वेक्षण में चौथे नंबर पर विजयवाडा, पांचवें पर अहमदाबाद,छठे पर राजकोट, सातवें पर भोपाल, आठवें पर चंडीगढ़, नौवें पर विशाखापत्तनम और दसवें नंबर पर वडोदरा रहा. स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 में जालंधर कैंट को सबसे स्वच्छ छावनी घोषित किया गया.
5.5 लाख से ज्यादा सफाई कर्मचारी को जोड़ा गया
5.5 लाख से ज्यादा सफाई कर्मचारी सामाजिक कल्याण कार्यक्रम से जोड़े गए और कचरा बीनने के काम में लगे 84,000 से ज्यादा लोगों को मुख्यधारा में लाया गया. स्वच्छ सर्वेक्षण की शुरुआत सरकार द्वारा इस मिशन को लेकर लोगों में रुचि और प्रतिस्पर्धा पैदा करने के लिए शुरू की गई थी.
2016 से संचालित स्वच्छ सर्वेक्षण
केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय द्वारा 2016 से संचालित स्वच्छ सर्वेक्षण, दुनिया का सबसे बड़ा शहरी सफाई और स्वच्छता सर्वेक्षण है. यह शहरों और महानगरों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना को बढ़ावा देने में सहायक साबित हुआ है.
सर्वेक्षण का मकसद
इस सर्वेक्षण का मकसद नागरिक सेवा वितरण में सुधार, स्वच्छ शहरों का निर्माण और सफाई के प्रति नागरिकों के व्यवहार व सोच में परिवर्तन लाना है. इसके दूसरे लक्ष्यों में जनभागीदारी को प्रोत्साहित करना और समाज के सभी वर्गों के बीच जागरूकता पैदा कर शहरों व महानगरों को रहने के लिए बेहतर बनाना शामिल है.
इस सर्वेक्षण का आधार क्या है
स्वच्छता सर्वेक्षण की रैंकिंग को कुछ बातों पर आंका जाता है. इसको चुने जाने के प्रमुख घटकों में वहां पर घरों से कूड़ा एकत्रित करना और परिवहन, प्र-संस्करण एवं निष्पादन, संवहनीय स्वच्छता और नागरिकों की सहभागिता और नवाचार आदि शामिल हैं. इनके आधार पर केंद्र सरकार द्वारा इन्हें नंबर दिए जाते हैं. इसके अतिरिक्त इनकी रैंकिंग तय करने में केंद्र सरकार की तरफ से अधिकृत स्वतंत्र संस्था और मैदानी मूल्यांकन के अलावा जनता से मिलने वाली राय और उनके द्वारा दिए गए परिणाम भी शामिल किए जाते हैं.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation