केंद्र सरकार द्वारा स्वच्छ भारत अभियान को सफल बनाने के लिए 15 सितंबर 2017 से स्वच्छता ही सेवा अभियान आरंभ किया गया. यह एक देशव्यापी अभियान है जिसे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा कानपुर देहात के ईश्वरीगंज गांव से शुरु किया गया.
यह अभियान अगले एक पखवाड़े के लिए 02 अक्टूबर तक चलाया जायेगा. यह योजना स्वच्छ भारत मिशन के तहत पूरे देश में स्वच्छता बनाये रखने के लिए लोगों को प्रेरित करेगी. इस दौरान कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे. इसमें श्रमदान और लोगों को इसमें हिस्सा लेने के लिए प्रेरित किया जाएगा. सरकार द्वारा इसकी तैयारियों को अंतिम रूप प्रदान किया जा चुका है.
मुख्य बिंदु
• स्वच्छता ही सेवा अभियान के अनुसार स्वच्छता का ताल्लुक स्वास्थ्य, महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान से भी है.
• इसमें बताया गया है कि स्वच्छता से देश की अर्थव्यवस्था सीधे तौर पर जुड़ी हुई है.
• यूनिसेफ द्वारा जारी एक रिपोर्ट के अनुसार अच्छी स्वच्छता से प्रति परिवार लगभग 50 हजार रुपये प्रति वर्ष बचा सकता है.
• स्वच्छता अभियान में लोगों को व्यापक तौर पर सक्रिय किया जाएगा.
• केंद्रीय मंत्रियों, मुख्यमंत्री, सांसद, सरकारी और गैर सरकारी संगठनों से अपेक्षा है कि वे अपने क्षेत्र को खुले में शौच मुक्त बनाने में सहयोग करेंगे और लोगों के लिए प्रेरक बनेंगे.
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कार्यक्रम
स्वच्छता ही सेवा के तहत 17 सितंबर को लोगों से अपेक्षा की गई है कि वे स्वेच्छा से सफाई कार्य करेंगे और इसमें दूसरे लोगों को भी शामिल करेंगे. इसके बाद 24 सितंबर को पंचायत व शहरी निकायों में लोग यही कार्य करेंगे. इसके उपरांत 25 सितंबर को सार्वजनिक स्थल, बस स्टैंड, अस्पताल और अन्य स्थलों की सफाई की जाएगी, जिसमें स्थानीय लोगों की सहभागिता होगी.
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