ऑल इंडिया काउंसिल ऑफ ह्यूमन राइट्स लिबर्टीज एंड सोशल जस्टिस (एआइएचएलएस) ने ऋषिकेश स्थित परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती सरस्वती को ‘ग्लोबल पीस अवार्ड’ से सम्मानित किया है. उन्हें यह सम्मान विश्व में शांति का संदेश प्रसारित करने के लिए मिला है.
उपरोक्त के साथ ही साथ परमार्थ निकेतन आश्रम से ही जुड़ीं और स्वामी चिंदानंद की शिष्या साध्वी भगवती सरस्वती को ‘शांति राजदूत सम्मान’ से सम्मानित किया गया है. ऑल इंडिया काउंसिल ऑफ ह्यूमन राइट्स लिबर्टीज एंड सोशल जस्टिस (एआइएचएलएस) ने सम्मान देने हेतु 10 दिसंबर 2017 को दिल्ली में एक समारोह का आयोजन किया.
इस अवसर पर स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि मानव जीवन का मूल उद्देश्य जरूरतमंदों की सेवा करना और समाज में प्रेम और सद्भावना के साथ ही शांति की स्थापना करना है. इस दौरान उन्होंने समारोह में मौजूद अतिथियों से शांति स्थापना करने का संकल्प भी कराया. कार्यक्रम में अहिंसा विश्व भारती के संस्थापक डॉ. लोकेश मुनी और अखिल भारतीय इमाम संगठन के प्रमुख डॉ. उमर अहमद इलियासी भी उपस्थित थे.
ऑल इंडिया काउंसिल ऑफ ह्यूमन राइट्स लिबर्टीज एंड सोशल जस्टिस (एआइएचएलएस) ने ऋषिकेश स्थित परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती को ‘ग्लोबल पीस अवार्ड’ से सम्मानित किया है. उन्हें यह सम्मान विश्व में शांति का संदेश प्रसारित करने के लिए मिला है.
उपरोक्त के साथ ही साथ परमार्थ निकेतन आश्रम से ही जुड़ीं और स्वामी चिंदानंद की शिष्या साध्वी भगवती सरस्वती को ‘शांति राजदूत सम्मान’ से सम्मानित किया गया है. ऑल इंडिया काउंसिल ऑफ ह्यूमन राइट्स लिबर्टीज एंड सोशल जस्टिस (एआइएचएलएस) ने सम्मान देने हेतु 10 दिसंबर 2017 को दिल्ली में एक समारोह का आयोजन किया.
इस अवसर पर स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि मानव जीवन का मूल उद्देश्य जरूरतमंदों की सेवा करना और समाज में प्रेम और सद्भावना के साथ ही शांति की स्थापना करना है. इस दौरान उन्होंने समारोह में मौजूद अतिथियों से शांति स्थापना करने का संकल्प भी कराया. कार्यक्रम में अहिंसा विश्व भारती के संस्थापक डॉ. लोकेश मुनी और अखिल भारतीय इमाम संगठन के प्रमुख डॉ. उमर अहमद इलियासी भी उपस्थित थे.
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