टॉप हिन्दी करेंट अफ़ेयर्स, 02 सितंबर 2021 के अंतर्गत आज के शीर्ष करेंट अफ़ेयर्स को शामिल किया गया है जिसमें मुख्य रूप से पूर्व राज्यसभा सांसद चंदन मित्रा और कोरोना वायरस आदि शामिल हैं.
पूर्व राज्यसभा सांसद और पत्रकार चंदन मित्रा का निधन
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई दिग्गज नेताओं ने दुख जताया है. चंदन मित्रा बीजेपी के कोटे से राज्यसभा पहुंचे थे, लेकिन साल 2018 में उन्होंने बीजेपी छोड़कर तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए थे. उनके परिवार में उनकी पत्नी और दो बेटे हैं.
चंदन मित्रा पायोनीर (Pioneer) के एडिटर इन चीफ और मैनेजिंग डायरेक्टर थे. चंदन मित्रा दो बार राज्यसभा सांसद रहे थे. पहली बार वे अगस्त 2003 से अगस्त 2009 तक राज्यसभा सांसद रहे. फिर भारतीय जनता पार्टी ने 2010 में उन्हें मध्यप्रदेश से राज्यसभा सांसद बनाया था.
अभिनेता सिद्धार्थ शुक्ला का निधन, बिग बॉस-13 में बने थे विजेता
सिद्धार्थ शुक्ला टीवी का जाना माना नाम थे और सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते थे. मुंबई के कूपर अस्पताल ने सिद्धार्थ के निधन की पुष्टि की है. सिद्धार्थ शुक्ला अपने पीछे अपनी मां और दो बहनों को छोड़ कर गए हैं. कूपर अस्पताल के अनुसार, सिद्धार्थ शुक्ला को 02 सितंबर सुबह जब अस्पताल लाया गया तब उनकी मृत्यु हो चुकी थी.
हाल ही में सिद्धार्थ और शहनाज की कई म्यूजिक वीडियो भी आई थीं, जिन्हें यूथ ने काफी पसंद किया. मुंबई में 12 दिसंबर 1980 को जन्मे सिद्धार्थ शुक्ला ने अपने करियर की शुरुआत एक मॉडल के तौर पर की थी. उन्होंने साल 2004 में टीवी से अपना एक्टिंग डेब्यू किया था.
असम सरकार का बड़ा फैसला, राजीव गांधी राष्ट्रीय पार्क का नाम होगा ओरंग राष्ट्रीय उद्यान
राज्य सरकार का दावा है कि नाम बदलने के लिए कई संगठनों द्वारा राज्य सरकार से संपर्क करने के बाद यह निर्णय लिया गया है. हिमंत बिस्वा सरकार ने यह फैसला टी ट्राइब्स कम्युनिटी की तरफ से उठाई गई मांग के 48 घंटे के भीतर लिया है.
ओरंग राष्ट्रीय उद्यान देश का एक राष्ट्रीय उद्यान है, जो असम के दरांग और सोनितपुर जिलों में ब्रह्मपुत्र नदी के उत्तरी तट पर स्थित है. इसमें 79.28 वर्ग किमी क्षेत्र शामिल है. इसे साल 1985 में एक अभयारण्य के रूप में स्थापित किया गया था और 13 अप्रैल 1999 को एक राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया था.
विश्व से लेडेड पेट्रोल का हुआ उन्मूलन, रुकेंगी 12 लाख अकाल मौतें: UNEP
UNEP ने इस खबर को स्वच्छ हवा के लिए लड़ाई में एक ऐतिहासिक जीत बताते हुए यह कहा है कि, डॉक्टरों द्वारा लेड पेट्रोल के जहरीले प्रभावों के बारे में पहली बार चेतावनी जारी करने के लगभग एक सदी बाद, अल्जीरिया - जो इस ईंधन का उपयोग करने वाला अंतिम देश था - ने पिछले महीने लेड पेट्रोल की अपनी आपूर्ति समाप्त कर दी है.
NEP ने यह चेतावनी दी थी कि, जलवायु परिवर्तन के भयावह प्रभावों को दूर करने के लिए जीवाश्म ईंधन को काफी कम किया जाना चाहिए. संयुक्त राष्ट्र की इस एजेंसी ने अपने एक बयान में यह भी कहा था कि, लीडेड पेट्रोल के उन्मूलन के बाद, अब हर साल 1.2 मिलियन से अधिक समय से पहले होने वाली मौतों को रोका जा सकेगा.
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