टॉप हिन्दी करेंट अफ़ेयर्स, 01 जून 2021 के अंतर्गत आज के शीर्ष करेंट अफ़ेयर्स को शामिल किया गया है जिसमें मुख्य रूप से नाओमी ओसाका और कोरोना वायरस आदि शामिल हैं.
दुनिया का पहला नैनो यूरिया लिक्विड हुआ लॉन्च
इफको के अनुसार, नैनो यूरिया लिक्विड को इसके वैज्ञानिकों और इंजीनियरों द्वारा कई वर्षों के शोध के बाद स्वदेशी तकनीक के माध्यम से विकसित किया गया है, जिसे नैनो बायोटेक्नोलॉजी रिसर्च सेंटर, कलोल में 'आत्मनिर्भर भारत' और 'आत्मनिर्भर कृषि' के अनुरूप विकसित किया गया था.
फसलों के पोषक तत्वों की दक्षता में सुधार के लिए नैनो-तकनीक से उत्पादित यूरिया को नैनो यूरिया कहा जाता है. यह नैनो यूरिया पारंपरिक तरल यूरिया की जगह लेगा और यह अपनी (यूरिया की) आवश्यकता को कम से कम 50 प्रतिशत तक कम कर सकता है.
नाओमी ओसाका ने फ्रेंच ओपन से नाम वापस लिया, जानें वजह
नाओमी ओसाका ने 30 मई को पहले दौर के मुकाबले में जीत हासिल की थी. फ्रेंच ओपन के पहले राउंड में जीत दर्ज करने के बाद मीडिया से बात नहीं करने पर नाओमी ओसाका पर 15,000 डालर (लगभग 11 लाख रुपये) का जुर्माना लगाया गया है और आगे से ऐसा करने पर कठोर सजा की चेतावनी भी दी गई है.
ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंटों के नियमों के अनुसार, मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में यदि कोई खिलाड़ी मीडिया से बात करने से मना करता है तो उन पर 20,000 अमेरिकी डॉलर तक का जुर्माना लगाया जा सकता है. ग्रैंड स्लैम नियमों का एक मुख्य तत्व मीडिया के साथ जुड़ने की खिलाड़ियों की जिम्मेदारी है, चाहे उनके मैच का परिणाम कुछ भी हो.
चीन में कोरोना वायरस के बाद बर्ड फ्लू H10N3 का पहला मामला, जानें विस्तार से
यह मामला देश के पूर्वी जियांगसु प्रांत में पता चला है. यह जानकारी राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने 01 जून 2021 को दी. झेंजियांग शहर के एक 41 वर्षीय व्यक्ति में बर्ड फ्लू का स्ट्रेन मिला है. फिलहाल उसकी हालत स्थिर है. चीन के अधिकारियों ने कहा कि मरीजों में 28 मई को H10N3 एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस होने का पता चला था.
H10N3, बर्ड फ्लू वायरस का एक कम रोगजनक या अपेक्षाकृत कम गंभीर स्ट्रेन है और इसके बड़े पैमाने पर फैलने का जोखिम बहुत कम है. चीन में एवियन इन्फ्लूएंजा के कई अलग-अलग स्ट्रेन हैं और कुछ छिटपुट रूप से लोगों को संक्रमित करते हैं. बर्ड फ्लू फैलाने के लिए कई वायरस जिम्मेदार होते हैं.
World Milk Day 2021: जानें क्यों मनाते हैं विश्व दुग्ध दिवस, क्या है इसका महत्व
विश्वभर में दूध से पोषित हो रहे लोगों और इससे चलने वाली आजीविका के कारण इस दिन को विशेष महत्व दिया जाता है. इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य विश्वभर में दूध को वैश्विक भोजन के रूप में मान्यता देना है. दूध और दूध से बने पदार्थों के फायदे और इनकी खासियत बताने हेतु इस दिन को शुरू किया गया था.
प्रत्येक साल 01 जून को विश्वभर के लोग विश्व दुग्ध दिवस मनाते हैं. संयुक्त राष्ट्र खाद्य और कृषि संगठन ने इसकी स्थापना की थी. विश्व दुग्ध दिवस 01 जून को ही चुना गया क्योंकि संयुक्त राष्ट्र खाद्य और कृषि संगठन द्वारा इसे मान्यता दिए जाने से पहले इसी दिन बहुत से देश विश्व दुग्ध दिवस पहले से ही मना रहे थे.
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