टॉप हिन्दी करेंट अफ़ेयर्स, 05 जुलाई 2021 के अंतर्गत आज के शीर्ष करेंट अफ़ेयर्स को शामिल किया गया है जिसमें मुख्य रूप से जम्मू-कश्मीर प्रशासन और कोरोना वायरस आदि शामिल हैं.
जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने श्रीनगर में ड्रोन, मानव रहित वाहनों पर प्रतिबंध लगाया
श्रीनगर जिले में ड्रोन और इसी तरह के मानव रहित हवाई वाहनों के भंडारण, बिक्री, उपयोग और परिवहन पर प्रतिबंध लगा दिया गया. जिला मजिस्ट्रेट श्रीनगर मोहम्मद एजाज ने अपने आदेश में कहा है कि महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों और अत्यधिक आबादी वाले क्षेत्रों के पास हवाई स्थान को सुरक्षित करने हेतु ड्रोन के उपयोग को बंद करना जरूरी है.
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ने पहले से ही ड्रोन के इस्तेमाल को लेकर उसके लिए दिशा निर्देश जारी किए हैं. इसमें उसकी गति से लेकर विशेष पहचान नंबर, ऊंचाई तक का जिक्र है. जिन व्यक्तियों के पास पहले से ही ड्रोन कैमरे और इसी तरह के मानव रहित हवाई वाहन हैं, उन्हें उचित रसीद के तहत स्थानीय पुलिस स्टेशन में इसकी जानकारी देनी होगी.
अंटार्कटिका में रिकॉर्ड उच्च तापमान 18.3 डिग्री सेल्सियस हुआ दर्ज, संयुक्त राष्ट्र एजेंसी ने की पुष्टि
संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी ने 01 जुलाई, 2021 को एक प्रेस विज्ञप्ति में यह कहा है कि, "WMO ने 06 फरवरी, 2020 को अंटार्कटिक महाद्वीप के लिए 18.3 डिग्री सेल्सियस के एक नए रिकॉर्ड उच्च तापमान को एस्पेरांज़ा रिसर्च स्टेशन (अर्जेंटीना) में पुष्टि की है."
अंटार्कटिका में यह उच्च तापमान, बड़े उच्च दबाव की प्रणाली के परिणामस्वरूप 'फॉन स्थितियां' पैदा करता है, जो महत्वपूर्ण सतही तापमान पैदा करने वाली डाउनस्लोप हवाओं के कारण होता है. इस गर्माहट के परिणामस्वरूप दोनों स्थानों - सीमोर द्वीप और एस्पेरांज़ा स्टेशन पर स्थानीय तापमान बढ़ता है.
जानें कौन है सिरिशा बांदला जो अंतरिक्ष के सफर पर जाएंगी
सिरिशा बांदला वर्जिन गैलेक्टिक कंपनी में सरकारी मामलों और शोध कार्य से जुडीं अधिकारी हैं. रिचर्ड के साथ पांच अन्य यात्री अंतरिक्ष की यात्रा पर जा रहे हैं. भारत में जन्मी सिरिशा दूसरी ऐसी महिला हैं जो अंतरिक्ष के सफर पर जा रही हैं.
सिरिशा बांदला आंध्र प्रदेश के गुंटूर की रहने वाली हैं. सिरिशा बांदला भारतीय मूल की दूसरी ऐसी महिला होंगी जो अंतरिक्ष के सफर पर जा रही हैं. इससे पहले कल्पना चावला अंतरिक्ष में गई थीं और दुर्भाग्यवश स्पेस शटल कोलंबिया की दुर्घटना में उनकी मौत हो गई थी.
कोविन ग्लोबल कॉन्क्लेव: प्रधानमंत्री मोदी बोले- कोई भी देश महामारी से अकेले नहीं लड़ सकता
प्रधानमंत्री ने कहा कि महामारी की शुरुआत से ही भारत इस लड़ाई में अपने सभी अनुभवों, विशेषज्ञता और संसाधनों को वैश्विक समुदाय के साथ साझा करने के लिए प्रतिबद्ध रहा है. अपनी सभी मजबूरियों के बावजूद हमने दुनिया के साथ ज्यादा से ज्यादा साझा करने की कोशिश की है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कोरोना संक्रमण से उभरने हेतु वैक्सीनेशन एक उम्मीद है. हमने शुरू से ही वैक्सीनेशन अभियान को डिजिटल माध्यम से जोड़ा है. हम सभी को एकसाथ मिलकर आगे बढ़ना होगा. हाल ही में कई देशों ने भारत के टीकाकरण अभियान में इस्तेमाल हुई तकनीक का उपयोग करने में रुचि दिखाई है.
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